रोम। पोप फ्रांसिस ने रविवार को अपने दक्षिण एशियाई दौरे का आगाज कर दिया। इस दौरान पोप फ्रांसिस म्यांमार और बांग्लादेश जाएंगे। इस दौरे पर वह 2 दिसंबर तक रहेंगे। इस दौरान वह अन्य धर्मों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे और रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर भी वार्तालाप करेंगे।भारत के कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया के महासचिव बिशप थिओडोर ने कहा कि पोप फ्रांसिस को निमंत्रण भेजने की कोशिशों में लगे हुए थे, लेकिन उन्हें अंत में निराशा ही हाथ लगी।कैथोलिक संगठन चाहता था,कि भारत सरकार प्रोटोकॉल के मुताबिक पोप फ्रांसिस को अपने देश में बुलाने का निमंत्रण भेजे क्योंकि वे भारत के प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति के व्यक्तिगत मेहमान के तौर पर ही आते है।
पोप के भारत ना आने की खबर में बिशप थिओडोर ने कहा कि यह काफी दुख की बात है, अगर वह भारत आते तो यह पूरे देश के लिए गर्व की बात होती,यह बेहद शर्मनाक है कि पोप हमारे पड़ोस में आ रहे हैं, वह दो छोटे से देशों में जा रहे हैं लेकिन भारत नहीं आएंगे। एक भारतीय होने के नाते मुझे इस बात का काफी दुख है।