एजेंसी | हम सभी लोगों ने इतिहास के सब्जेक्ट में टीपू सुल्तान और औरंगजेब के बारे में जरुर पढ़ा है.लेकिन इन दिनों दोनों ही नामों को लेकर कुछ अलग ही घमासान माहौल बना हुआ है कोल्हापुर में. महाराष्ट्र के शहर कोल्हापुर में हिंसा हुई है.हिंसा की वजह टीपू सुल्तान और औरंगजेब की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर करना बताया गया. कोल्हापुर में हिंसा के बाद से कई इलाकों में तनावपूर्ण माहौल है.
कुछ इलाकों में पथराव की भी घटनाएं हुई है. इसलिए प्रशासन एक्टिव मोड में दिखाई दे रहा है. बीती शाम से ही कुछ देर के लिए इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया था.करीब 31 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद रही. टीपू सुल्तान और औरंगजेब के स्टेटस लगाने और पोस्ट शेयर करने को लेकर बजरंग दल ने कोल्हापुर बंद करने का ऐलान किया था. लेकिन बंद और विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया.
कोल्हापुर हिंसा मामले में अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मामले को लेकर हैरान करने वाली बात ये है कि जिले में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए धारा 144 लागू की गई थी.लेकिन धारा 144 लागू होने के बाद से भी प्रदर्शनकारी शिवाजी चौक पर इकठ्ठा हुए थे.पुलिस के लाठीचार्ज करने की वजह से लोगों के बीच में हड़कंप मच गया.भगदड़ जैसे हालात हो गए.
कोल्हापुर में टीपू सुल्तान और औरंगजेब जैसे शासकों की तारीफ में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया गया था.पोस्ट को लेकर दो गुटों में विवाद छिड़ गया.साथ ही साथ हिंदुवादी संगठन भी आक्रोशित हो गए. कार्यकर्ता पहले शिवाजी चौक पर इकठ्ठा हुए और फिर प्रदर्शन शुरु कर दिया. पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की.जिसके बाद से कार्यकर्ता और ज्यादा उग्र हो गए थे. पुलिस ने मामले को शांत कराने के लिए बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े.