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Friday, November 22, 2024

यूपी में 22 जुलाई को मनाया जाएगा वन महोत्सव, 35 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे

एजेंसी |मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को मंत्रिमंडल की विशेष बैठक की अध्यक्षता की.बैठक में मुख्यमंत्री ने वन महोत्सव-2023 के सफल आयोजन की कार्ययोजना पर विचार-विमर्श करने के साथ जरुरी दिशा-निर्देश दिए.

प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा वाले उत्तर प्रदेश में वन महोत्सव अब जनांदोलन का स्वरूप ले चुका है.  बीते 6 सालों में 131 करोड़ से अधिक पौधारोपण किया जा चुका है.

सीएम ने कहा कि 1 से 7 जुलाई तक आयोजित जागरूकता सप्ताह के दौरान आम जन में बड़ा उत्साह देखा गया.यह उत्साह इस साल के ‘वन महोत्सव’ को सफल बनाने का आधार बनेगा. आमजन की सहभागिता से ही ‘हरित उत्तर प्रदेश’ का लक्ष्य पूरा हो सकेगा.विद्यालयों में प्रभात फेरी, स्लोगन, निबंध लेखन, भाषण प्रतियोगिता, दीवार लेखन जैसे कार्यक्रम जारी रखे जाने चाहिए.

प्रदेश में मानसून आ चुका है. ये मौसम पेड़-पौधों को लागने के लिए सही समय है. जागरूकता सप्ताह के सफल आयोजन के बाद अब हम 22 जुलाई को ‘वन महोत्सव’ के रूप में पौधरोपण के कार्यक्रम से जुड़ना होगा.भरपूर उत्साह, उमंग के साथ बीते सालों की ही तरफ इस साल भी पौधरोपण का नवीन रिकॉर्ड बनाने को तैयार हैं.

इस साल वृहद पौधारोपण अभियान में 35 करोड़ पौधे लगाए जाने का लक्ष्य लेकर हर विभाग, हर संस्थान हर नागरिक को प्रयास करना होगा.वन विभाग द्वारा विभागवार पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है.मंडलवार लक्ष्य भी तय किए गए हैं. हर गांव में कम से कम 1 हजार पौधे लगाने का प्रयास हो. 15 अगस्त के दिन एक साथ 5 करोड़ पौधे लगाए जाने की तैयारी.

पौधारोपण के लिए वन भूमि, ग्राम पंचायत एवं सामुदायिक भूमि, एक्सप्रेस-वे, हाई-वे,4 लेन सड़क, नहर, विकास प्राधिकरणों की भूमि, रेलवे की भूमि, चिकित्सा संस्थान, शिक्षण संस्थान की भूमि के साथ-साथ, लोगों द्वारा निजी परिसरों का उपयोग किया जा सकता है.

ग्रामीण क्षेत्रों में खेल के मैदान के चारों ओर पेड़-पौधे लगाए जाएंगे.ग्राम पंचायत स्तर पर न्यूनतम 1 हजार पौधे लगाए जाएं. शहरी वार्डों में भी पौधारोपण के लिए लक्ष्य निर्धारित करने के निर्देश दिए गए है. गोशालाओं में पौधारोपण कराएं, साथ ही पौधे की सुरक्षा के लिए ट्री-गॉर्ड भी लगवाएं. निजी क्षेत्रों, एनजीओ, धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं को जोड़ें.

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत निजी खेत की मेड़ पर पौधरोपण को प्रोत्साहित करते हुए ‘मुख्यमंत्री कृषक वृक्ष धन’ योजना के रूप में किसान और पर्यावरण के हित में अत्यंत उपयोगी योजना संचालित है.इस योजना के तहत मनरेगा के लाभार्थी अगर अपनी भूमि पर यदि न्यूनतम 200 पौधे लगाकर उनका संरक्षण करता है तो उसे राज्य सरकार द्वारा तीन वर्ष में ₹50,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान किए जाने की व्यवस्था है.इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए किसानों को लाभान्वित कराएं. इससे पौधारोपण भी होगा और किसानों की आय भी बढ़ेगी. यह प्रयास ‘खेत पर मेड़-मेड़ पर पेड़’ के संदेश को चरितार्थ करने वाला होगा.

हमारा लक्ष्य प्रदेश के कुल हरित क्षेत्र को वर्तमान के 9% से बढ़ाकर 2026-27 तक 15% तक ले जाने का है. इस लक्ष्य के अनुरूप में अगले 5 साल में 175 करोड़ पौधे लगाने और संरक्षित करने होंगे. इस लक्ष्य के अनुरूप सभी को प्रयास करना होगा. इसके लिए ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ’ के संदेश से को जन-जन को जोड़ने की आवश्यकता है.

22 जुलाई को ‘वन महोत्सव’ के अवसर पर सभी प्रभारी मंत्री अपने प्रभार वाले जनपद के भ्रमण पर रहेंगें.वहां स्थानीय जनप्रतिनिधियों और जनता के साथ मिलकर पौधारोपण के अभियान को आगे बढ़ाएंगे.इसी के साथ कुछ जगहों पर नोडल अधिकारी पौधरोपण अभियान को सफल बनाएंगे.

ये भी निर्देश दिया गया कि गंगा, यमुना, सरयू सहित कई नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों में पौधारोपण के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाए. इस कार्यक्रम से जुड़ने वाले लोगों को प्रोत्साहन राशि भी दी जानी चाहिए.


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