लखनऊ ,NOI । समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को पिता मुलायम सिंह ने अब 38 लोगों की लिस्ट सौंपी है, जिसके बाद टिकटों को लेकर पार्टी में माथापच्ची फिर शुरू हो गई है. सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश इनमें से कुछ लोगों का टिकट काटकर बाकी ज्यादातर लोगों को चुनाव में उतराने पर राजी हैं.
मुलायम ने शिवपाल को चुनाव लड़ने के लिए मनाया
मुलायम सिंह ने जो लिस्ट दी थी, उसमें शिवपाल यादव की जगह उनके बेटे आदित्य यादव का नाम था. इसकी वजह यह है कि खुद शिवपाल यादव ने मुलायम से मिलकर अखिलेश के साथ काम करने की अनिच्छा जाहिर की थी. इसके बाद मुलायम ने शिवपाल के बेटे आदित्य यादव का नाम दे दिया. हालांकि बाद में अखिलेश यादव की तरफ से कहा गया कि आदित्य का जीतना पक्का नहीं है और शिवपाल को ही जसवंत नगर की महत्वपूर्ण सीट पर लड़ना चाहिए. इसके बाद फिर मुलायम ने शिवपाल यादव को बुलाकर ये बात बतायी और सूत्रों की मानें तो वे लगभग मान गए हैं.
पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी का कट सकता है टिकट
वहीं शादाब फातिमा को गाजीपुर से और नारद राय को बलिया सदर से टिकट मिल सकता है. इसके अलावा मुलायम सिंह द्वारा नाम दिए जाने के बाद ओम प्रकाश सिंह को भी टिकट मिलना तय माना जा रहा है. हालांकि अंबिका चौधरी का नाम मुलायम की लिस्ट में नहीं है और ऐसे में उनको टिकट मिल पाना मुश्किल है. चौधरी बलिया के फेफना से विधायक हैं, हालांकि अखिलेश उनकी जगह संग्राम सिंह को यहां से लड़ाना चाहते हैं.
अतीक अहमद और अमनमणि त्रिपाठी का टिकट भी खतरे में
इसके अलावा बाहुबली नेता अतीक अहमद का नाम भी लिस्ट से गायब है. कानपुर कैंट की ये सीट गठबंधन के फॉर्मूले में कांग्रेस के पास जा सकती है. इसी तरह महाराजगंज के नौतनवा से अमनमणि त्रिपाठी का पत्ता कट सकता है और ये सीट भी कांग्रस के पास जा सकती है, क्योंकि यहां भी मौजूदा विधायक कांग्रेस का है.
गायत्री प्रजापति पर सबसे फंसा पेंच
वहीं बारांबकी की रामनगर सीट फिर से अरविंद सिंह गोप को मिल सकती है और यहां पर बेनी प्रसाद के बेटे राकेश वर्मा की सीट बदली जा सकती है. उधर मुख्तार अंसारी की पार्टी से उनके भाई सिबगतुल्ला अंसारी अंसारी का नाम मुलायम ने नहीं भेजा है और इसका फैसला अखिलेश पर छोड़ दिया है. हालांकि यहां सबसे ज्यादा पेंच गायत्री प्रजापति की अमेठी सीट पर फंसा है. मुलायम हर हालत में उन्हें ये सीट दिलाना चाहते हैं, जबकि काग्रेंस पार्टी इस सीट को पाने के लिए काफी जोर लगा रही है.