राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से हर रोज दिल्ली आने वाले लाखों यात्रियों की तकलीफों और दिल्ली पर आबादी के बोझ को कम करने के लिए प्रयास किया जा रहा है.
इसके तहत संसद की एक स्थायी समिति ने सोनीपत और ग्रेटर नोएडा तक मेट्रो रेल नेटवर्क के विस्तार की सिफारिश की है.
संसद की शहरी विकास संबंधी स्थायी समिति ने मंगलवार को लोकसभा में पेश अपनी रिपोर्ट में कहा कि सोनीपत और ग्रेटर नोएडा के दैनिक यात्रियों की दशा पर विचार करते हुए मंत्रालय दोनों शहरों को मेट्रो रेल नेटवर्क प्रदान करने के लिए प्रस्ताव तैयार करे.
समिति ने कहा कि मंत्रालय इसके लिए आवश्यक मंजूरी प्राप्त करे ताकि उपनगरों में रहने वालों को काम पर आने जाने के लिए आसान संपर्क मिल सके और बुनियादी सेवाओं पर कम दबाव पड़े.
समिति ने इस संबंध में दिल्ली मेट्रो रेल कापरेरेशन :डीएमआरसी:, दिल्ली और हरियाणा सरकारों समेत सभी संबद्ध पक्षों से वार्ता करने की सिफारिश की है.
शरद यादव की अध्यक्षता वाली समिति ने रिपेर्ट में मोनो रेल को एक सुरक्षित, विसनीय, कम खर्च वाली, तेज और आरामदायक प्रणाली बताते हुए इसे तत्काल शुरू करने की आवश्यकता बतायी. समिति का कहना है कि इससे शहर के भीतर बुनियादी सेवाओं पर कम असर पड़ेगा.
रिपोर्ट में कहा गया कि शहरी क्षेत्रों में उंचे ऊंचे भवनों के कारण भीड़ बहुत बढ़ गयी है जिससे यातायात के स्वतंत्र साधन के रूप में मोनोरेल की जरूरत है.
समिति ने दिल्ली मेट्रो के लिए फीडर बसों की संख्या में भी वृद्धि की सिफारिश की है.