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Sunday, March 16, 2025
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संजय दत्त को नहीं मिलनी चाहिए माफी: अन्ना

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नई दिल्ली।। ऐक्टर संजय दत्त को सजा से माफी दिलवाने के लिए चल रही मुहिम की राह में सबसे बड़े रोड़ा बनकर सामने आए हैं गांधीवादी अन्ना हजारे। अन्ना हजारे इस पक्ष में नहीं हैं कि संजय दत्त को माफी दी जाए। उन्होंने कहा है कि न्यायपालिका ने अपना फैसला सुना दिया है। अदालती फैसले में हस्तक्षेप करना उचित नहीं होगा। वहीं, कांग्रेस महासचिव संजय दत्त की माफी की मुहिम में कूद गए हैं। उन्होंने कहा है कि संजय दत्त एक अच्छे परिवार से हैं और उन्होंने जो भी किया वह अनजाने में किया। संजय को माफी मिलनी चाहिए।
संजय दत्त को माफी के मुद्दे पर अन्ना हजारे ने सुप्रीम कोर्ट के 21 मार्च को संजय दत्त को आर्म्स ऐक्ट के तहत दोषी ठहराए जाने और 5 साल की सजा को वैध ठहराया था। बहरहाल, अन्ना ने यह भी कहा कि उन्हें प्रेम करने वाले लोगों का उनके लिए माफी मांगने का अधिकार है।

संजय को माफ कर देना चाहिए: दिग्विजय
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह संजय दत्त को माफी दिए जाने के पक्ष में हैं। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वह संजय दत्त से पूरी हमदर्दी रखते हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि संजय आदतन अपराधी नहीं है। उन्हें ऐसा लगता था कि मुसलमानों को मदद की वजह से उनके पिता की जान को खतरा है, इसीलिए उन्होंने हथियार रखे। दिग्विजय ने कहा कि जब संजय ने यह अपराध किया था तब वह अनजान थे। घटना के वक्त संजय की उम्र 33 साल थी।

काटजू पर भड़के जेठमलानी
जाने-माने वकील महेश जेठमलानी ने बॉलिवुड ऐक्टर संजय दत्त को माफी देने की मांग पर प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मार्कंडेय काटजू आलोचना की है। उन्होंने कहा कि जस्टिस काटजू को शोभा नहीं देता कि वह संजय दत्त को 1993 के मुंबई बम विस्फोट मामले से बरी कराने में इतनी जल्दबाजी दिखाएं।

संजय की सजा पर इतनी हायतौबा क्यों: संघ
राष्ट्रीय स्वंसेवक संघ (आरएसएस) ने भी ऐक्टर संजय दत्त को मिली सजा पर मचाई जा रही ‘हायतौबा’ की आलोचना करते हुए कहा कि असल में उन्हें कम सजा मिली है। संघ के मुखपत्र ‘पांचजन्य’ में छपे संपाकीय लेख में यह कहा गया है। एक तरफ तो पीड़ितों के परिजन हैं जो इस फैसले को पढ़ रहे हैं, जिससे पिछले 2 दशक से पनप रहा उनका आक्रोश शांत हो सके। दूसरी तरफ वे लोग हैं जो इस ऐक्टर के लिए हायतौबा मचा रहे हैं।

गौरतलब है कि संजय दत्त की सजा की माफी के लिए सबसे पहले प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन जस्टिस (रिटायर्ड) मार्कंडेय काटजू ने महाराष्ट्र के राज्यपाल के शंकरनारायणन से माफी देने की अपील की है। काटजू ने संविधान के अनुच्छेद-161 के तहत यह कहते हुए संजय की सजा माफ किए जाने की मांग की है कि उन्हें 1993 के धमाकों में किसी भूमिका के लिए दोषी करार नहीं दिया गया है और उन्होंने बहुत कष्ट झेले हैं।

झारखंडः पुलिस मुठभेड़ में दस माओवादी ढ़ेर…

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झारखंड के चतरा में पुलिस से हुई मुठभेड़ में दस माओवादियों के मारे जाने की खबर है। सीआरपीएफ की कोबरा टीम के इस ऑपरेशन में माओवादियों के कई शीर्षस्‍थ कमांडर भी मारे गये है। शवों की बरामदगी हो गई है।

जानकारी के अनुसार पुलिस ने माओवादियों के पास से एके-47 समेत कई प्रकार के हथियार व भारी मात्रा में विस्‍फोटक भी बरामद किया हैं।

सजा माफी की अपील नहीं: संजय दत्त

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मुंबई।। सन् 1993 के बम धमाकों में दोषी करार दिए गए बॉलिवुड ऐक्टर संजय दत्त ने कहा है कि वह सुप्रीम कोर्ट से मिली सजा को भुगतने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वह सजा माफी की अपील नहीं करेंगे।

बॉलिवुड ऐक्टर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से मिली मोहलत के भीतर ही वह सरेंडर कर देंगे। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें चार हफ्ते की मोहलत दी है। संजय दत्त ने कहा, ‘मैं अपने देश से प्यार करता हूं और काफीटूट चुका हूं।’

उन्होंने कहा कि अब मेरे पास काफी कम समय है और मुझे इसी दौरान बाकी काम निपटाने हैं। संजय ने कहा कि न तो मैंने सजा माफी के लिए अपील की है और न ही करूंगा। उन्होंने कहा कि जो लोग मेरे लिए सजा माफी की अपील कर रहे हैं उनका शुक्रगुजार हूं। सुप्रीम कोर्ट ने संजय दत्त को 18 अप्रैल तक सरेंडर करने का निर्देश दिया है।
गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए संजय दत्त भावुक हो गए और बहन प्रिया दत्त से गले लगकर रोने लगे। संजय दत्त ने आज से फिल्मों की शूटिंग शुरू की है। कई फिल्मों में उनके काम बचे हुए हैं और संजय दत्त चाहते हैं कि जेल जाने से पहले इन कामों को निपटा लें ताकि प्रड्यूसरों को नुकसान न हो।

इस बीच, संजय दत्त की सजा माफी के लिए सबसे पहले अवाज उठाने वाले प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने कहा कि उन्हें बॉलिवुड ऐक्टर के इनकार से कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंन कहा कि वह अपनी तरफ से माफी के लिए अपील करेंगे। काटजू ने कहा कि मुझसे पहले भी संजय दत्त ने संपर्क नहीं साधा था, यह मैं अपनी पहल पर कर रहा हूं।

मैं चाहूं तो बारिश करवा सकता हूं : आसाराम

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नई दिल्ली।। एक तरफ गुजरात के सौराष्ट्र का पूरा इलाका भीषण सूखे की चपेट में है। कई गांवों में महिलाओं को पीने के पानी के लिए 5-5 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है। पानी की कमी झेल रहे कुछ गांवों के कुंवारों की शादी तक नहीं हो रही है। वहीं दूसरी तरफ खुद को संत कहने वाले आसाराम बापू ने होली के बहाने जमकर पानी बहाया। न सिर्फ पानी बहाया बल्कि पानी की बर्बादी पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि पानी किसी के बाप का नहीं है। इतना ही नहीं, वह घमंड में चूर हो गए हैं। उन्होंने भगवान को यार कहकर संबोधित किया और यहां तक कह दिया कि जहां भी सूखा पड़ा होता है, हम पानी बरसा देते हैं।

न्यूज चैनल ‘आज तक’ के मुताबिक, गुजरात में अपने भक्‍तों के साथ होली मनाते हुए आसाराम ने बेशर्मी की सारी सीमाएं लांघ दीं। आसाराम मीडिया ने मीडियावालों की तुलना कुत्तों से कर दी। वह यहीं चुप नहीं बैठें। उन्होंने कहा कि हम किसी सरकार के बाप से पानी नहीं लेते।

गौरतलब है कि 40 साल के सबसे भीषण सूखे से संघर्ष कर रहे महाराष्ट्र की सरकार ने तथाकथित इस संत से सिर्फ इतना कहा था कि महाराज लोग प्यास से मर रहे हैं आप होली के नाम पर पानी ऐसे मत बहाइए और पानी देने से मना कर दिया था। इस पर आसाराम का पारा चढ़ गया था। उन्होंने आध्यात्मिक संत की परम्परा को ताक पर रख कर एक सड़कछाप की तरह व्यवहार किया। मीडिया पर निशाना साधने के दौरान अपने आप को बापू कहते हुए आसाराम कहते हैं कि बापू मूंग दल रहे हैं और कुत्ते (मीडिया) भौंक रहे हैं।
इतना ही नहीं गुजरात और महाराष्ट्र के सूखे को नजरअंदाज करते हुए आसाराम कहते हैं कि भगवान हमारे साथ है मैं तो दिल खोल के रंग बरसाऊंगा। यही नहीं आस्था के नाम पर आसाराम ने इस प्राकृतिक आपदा (खिल्ली) की सरेआम खिल्ली उड़ाई। उन्होंने भगवान को अपना यार बता डाला। ऐसा लग रहा था कि ईश्वर उनका लंगोटिया हो। उन्होंने कहा हम तो यार के पानी से रंग बरसाते हैं। जहां भी सूखा पड़ा होता है हम पानी बरसावा देते हैं।

आफरीन के हुए क्रिकेटर यूसुफ पठान

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मुंबई।। क्रिकेटर यूसुफ पठान बुधवार को पारिवारिक समारोह में अपनी मंगेतर आफरीन के साथ विवाह बंधन में बंध गए। 30 वर्षीय क्रिकेटर ने पिछले साल नादियाड में निजी समारोह में सगाई की थी। आफरीन मुंबई में पली बढ़ी हैं लेकिन वह वड़ोदरा में फिजियोथेरपिस्ट हैं। यह निकाह दोनों परिवारों की सहमति से हुआ। पिछले कुछ समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे पठान ने अब तक 57 वनडे में 1365 रन और 22 टी-20 में 438 रन बनाए हैं।अपने भाई की शादी को लेकर क्रिकेटर इरफान पठान पहले से ही प्रोग्राम तय करने में व्यस्त थे। उन्होंने शादी में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया था। इरफान 15 मार्च शुक्रवार को नरेंद्र मोदी से खुद ही असेंबली भवन में मिलने गए थे। उन्होंन नरेंद्र मोदी से भाई की शादी में आने के लिए गुजारिश की थी। हालांकि मोदी ने उस वक्त इरफान को कन्फर्म नहीं किया था कि वह शादी में शरीक होंगे या नहीं। तब मुख्यमंत्री ऑफिस के अधिकारियों ने कहा था कि वह अब तक क्रिकेटरों की शादी में जाने से परहेज करते रहे हैं लेकिन यूसुफ पठान की शादी में जाने के लिए इच्छुक हैं। हालंकि अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि नरेंद्र मोदी यूसुफ पठान की शादी में गए थे या नहीं।

हालांकि पठान परिवार ने इस शादी समारोह को पूरी तरह से प्राइवेट रखा। इंगेजमेंट में भी ऐसा ही हुआ था। इंगेजमेंट की खबर मीडिया में कुछ दिनों बाद आई। शादी की खबर तो तब फैली जब पता चला कि इरफान पठान नरेंद्र मोदी से मिलने गए हैं। जब इरफान और मोदी की मुलाकात की तहकीकात की गई तब पता चला कि वह मुख्यमंत्री को शादी में शामिल होने के लिए आमंत्रित करने गए थे।

इंटरनेट पर इतिहास का सबसे बड़ा हमला, ई-मेल सर्विस ठप होने का डर

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लंदन।। यकीन मानिए इंटरनेट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला हुआ है। इस वजह से दुनिया भर में इंटरनेट की रफ्तार बेहद धीमी हो गई है। कहा जा रहा है कि स्पैम से लड़ने वाले ऑर्गनाइजेशन की एक वेबसाइट चलाने वाली कंपनी के साथ मतभेद हो गया। इसकी प्रतिक्रिया में इंटरनेट की मौलिक सुविधाओं पर लगातार हमले होने लगे। विशेषज्ञों को चिंता है कि यदि इस हमले को रोका नहीं गया तो बैंकिंग और ईमेल सुविधाओं पर भी खतरनाक असर पड़ सकता है।

फिलहाल इसका असर ‘नेटफ्लिक्स’ पर देखने को मिल रहा है। 5 देशों की साइबर पुलिस इन हमलों की पड़ताल में जुट गई है। हमलावरों ने जिस टेक्नीक का इस्तेमाल किया है उसे ‘डिस्ट्रिब्यूटिड डिनायल ऑफ सर्विस’ कहते हैं। इसमें ‘टारगेट’ को काफी तादाद में ट्रैफिक भेजा जाता है ताकि वह पहुंच के बाहर हो जाए। इस हमले में लंदन और जेनेवा में स्थित एक एनजीओ ‘स्पैमहौस’ के ‘डोमेन नेम सिस्टम सर्वर’ को निशाना बनाया गया।

ये सर्वर वे होते हैं जो डोमेन नामों को वेबसाइट के इंटरनेट प्रोटोकॉल अड्रेस से जोड़ता है। स्पैमहौस के चीफ एग्जेक्युटिव ऑफिसर स्टीव लिनफोर्ड ने इसे अप्रत्याशित हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि, ‘इसका निशाना अगर ब्रिटेन सरकार हो तो इसमें इतनी ताकत है कि उनका सारा काम ठप हो जाए और इंटरनेट से बिल्कुल कट जाए।’
लिनफर्ड ने कहा कि जब बैंकों पर ऐसे साइबर हमले होते हैं तो उनकी रफ्तार 50 गिगाबिट्स प्रति सेकेंड होती है। लेकिन ये हमले 300 गिगाबिट्स प्रति सेकेंड पर हो रहे हैं। सर्रे यूनिवर्सिटी में साइबर-सिक्युरिटी के एक्सपर्ट, प्रफेसर ऐलन वुडवर्ड के मुताबिक इस हमले का असर पूरी दुनिया में इंटरनेट की सेवाओं पर पड़ रहा है। प्रफेसर वुडवर्ड ने बताया, ‘अगर आप एक रोड के बारे में सोचें, तो ये हमले उस पर इतना ट्रैफि़क डाल रहे हैं कि ना सिर्फ सड़क जाम हो गई है, बल्कि उसके आसपास चलने की भी स्पेस नहीं बची है।’

मध्य प्रदेश में 2 सांड़ों को फांसी पर लटकाया

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भोपाल।। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां के एक किसान ने फसल बर्बाद करने से नाराज होकर 2 साड़ों की पहले जमकर पिटाई की और फिर फांसी पर लटका दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस के मुताबिक, मायापुर थाना इलाके में रहने वाले किसान दर्शन सिंह के खेत मे 2 सांड़ घुस गए। सांड़ों ने उनकी तैयार फसल को भारी नुकसान पहुंचाया। इससे दर्शन सिंह नाराज हो गए और अपने साथियों के साथ सांड़ को घेर कर उसकी रॉड से जमकर पिटाई की। इतने से भी मन नहीं भरा तो गांव के स्कूल के बाहर एक पेड़ से बांध दोनों सांड़ों को फांसी पर लटका दिया। दम घुटने से दोनों सांड़ों को मौत हो गई।

सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंची और सांड़ों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ भी कर रही है। पुलिस दर्शन सिंह और उनके 2 रिश्तेदारों के खिलाफ गौवंश तथा पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

नरेंद्र मोदी ने अखिलेश यादव जैसा क्या किया है: मुलायम सिंह यादव

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सैफई।। समाजवादी पार्टी चीफ मुलायम सिंह यादव कांग्रेस पर लगातार हमलावर होते जा रहे हैं। बुधवार को जब पूरा देश होली के रंग में मदमस्त था, तब मुलायम सिंह ने सैफई में कांग्रेस को धोखेबाज पार्टी करार दिया। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में तीसरे मोर्चे की सरकार बनाएंगे। 2014 के आम चुनाव में न तो कांग्रेस की सरकार बनेगी न ही बीजेपी की।

यादव ने उत्तर प्रदेश की तुलना गुजरात से करते हुए कहा, ‘गुजरात को मीडिया बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहा है। मोदी बताएं कि उन्होंने विकास के लिए क्या उतना काम किया जितना उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार ने किया है। एसपी प्रमुख ने आरोप लगाया कि मोदी ने मीडिया को प्रलोभन देकर अपने कब्जे में लेकर अपना गुणगान कराया। कन्या विद्याधन, लैपटाप, बेरोजगारी भत्ता और अन्य विकास योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एसपी सरकार ने जो काम किए वे मोदी नहीं कर सके। यादव ने दोहराया कि दिल्ली में उत्तर प्रदेश के मुकाबले 10 गुना ज्यादा अपराध है लेकिन प्रदेश की कानून-व्यवथा को लेकर हो-हल्ला किया जा रहा है।

मुलायम सिंह ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस से लोगों का भरोसा उठ चुका है। जनता तीसरे विकल्प की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही है। उन्होंने अगले आम चुनाव में गैरबीजेपी और गैरकांग्रेसी सरकार बनाने की जमकर वकालत की। मुलायम सिंह ने कहा कि हमारी कोशिश है कि अगले आम चुनाव में क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस और बीजपी से दूरी बनाकर तीसरे मोर्चे के लिए तैयार हो जाएं।कुछ दिन पहले मुलायम सिंह एनडीए सरकार और बीजेपी के सीनियर नेता आडवाणी की तारीफ कर रहे थे। हालांकि मुलायम सिंह के इस रुख को बीजेपी ने खास तवज्जो नहीं दी। बीजेपी ने तो यहां तक कह दिया कि मुलायम सिंह अब भरोसे के काबिल नहीं हैं। बीजेपी की इस बेरुखी के बाद मुलायम सिंह और कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर एक साथ हमला बोल रहे हैं।

ध्यान देने वाली बात यह है कि मुलायम सिंह कांग्रेस को धोखेबाज तब कह रहे हैं जब उनकी पार्टी के समर्थन की वजह से ही केंद्र में कांग्रेस की सरकार चल रही है। वह पिछले 9 सालों से यूपीए के साथ हैं। यूपीए एक में जब लेफ्ट पार्टियों ने न्यूक्लियर डील पर समर्थन वापस लिया था तो मुलायम सिंह ही मनमोहन सरकार के तारनहार बने थे। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो यह मुलायम सिहं का पैंतरा नजदीक आते आम चुनाव के मद्देनजर है।

भले केंद्र में वह कांग्रेस के साथ हैं लेकिन लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में वह कांग्रेस के खिलाफ ही चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में मुलायम सिंह लोगों के बीच दिखाना चाहते हैं कि उनकी पार्टी भले केंद्र में कांग्रेस का समर्थन कर रही है लेकिन कई मुद्दों पर विरोध है। मुलायम सिंह की भाषा कांग्रेस के प्रति तल्ख हो रही है लेकिन वह समर्थन वापसी पर कोई सख्त फैसला लेने से बच रहे हैं।

मुलायम सिंह ने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में एसपी ‘किंगमेकर’ की भूमिका में होगी। कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वे दल को केंद्रीय भूमिका में लाने के लिए और मुस्तैदी से काम करें। एसपी प्रमुख ने इटावा स्थित अपने पैतृक गांव सैफई में होली उत्सव के दौरान मौजूद कार्यकर्ताओं से कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के बाद एसपी ‘किंगमेकर’ की भूमिका में रहेगी और केंद्र में उसके बगैर कोई भी पार्टी या गठबंधन सरकार नहीं बना सकेगा। उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में जनता ने जिस भरोसे के साथ एसपी को बहुमत देकर जिताया था, पार्टी को यही इतिहास आगामी लोकसभा चुनाव में दोहराने का टारगेट लेकर चलना होगा।

उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में एसपी को कम से कम 80 सीटें हासिल करने की जरूरत है। तभी समाजवादी पार्टी को केंद्र की सत्ता में बैठने और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया का सपना पूरा करने का मौका मिलेगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस मौके पर कहा कि कार्यकर्ताओं का अगला निशाना पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को दिल्ली की गद्दी पर बैठाना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में एसपी के पक्ष में बने माहौल को और बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है और इसका असर आगामी लोकसभा चुनाव में जरूर दिखेगा।

यादव ने कहा कि किसान और मुस्लिमों का देश की तरक्की में अहम योगदान है लेकिन केंद्र सरकार ने मुसलमानों की आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक स्थिति की सचाई उजागर करने वाली सच्चर समिति की सिफारिशों को ठंडे बस्ते में डालकर उनके साथ छल किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ‘धोखेबाजों’ की पार्टी है और वह आगामी लोकसभा चुनाव में मुसलमानों के वोट हथियाना चाहती Mulayam-Singh

मुलायम एक बार फिर कांग्रेस पर हुए कठोर

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नई दिल्ली। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव दिल्ली में तो गले मिलते हैं लेकिन यूपी जाते ही इनके तेवर तीखे हो जाते हैं। केंद्र की यूपीए सरकार मुलायम के पहिए पर ही चल रही है। लेकिन उसी कांग्रेस को यूपी जाते ही मुलायम सिंह तीखी नजर से देखते हैं। अपने रूख को कठोर कर लेते हैं।

मुलायम ने होली के दिन कांग्रेस को बधाई देने के बजाय उसे धोखेबाज करार दे दिया। मुलायम ने सैफई में होली महोत्सव में कहा कि कांग्रेस एक धोखेबाज पार्टी है। सीबीआई के सहारे परेशान करने का आरोप लगाते हुए मुलायम ने कहा कि अगली सरकार तीसरे मोर्चे की बनेगी। तीसरे मोर्चे के बहाने अगले लोकसभा में खुद की ताकत को भी इशारों में बता दिया।28_03_2013-mulayam

जरदारी से विवाद के बाद बिलावल ने छोड़ा पाकिस्तान

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इस्लामाबाद। बिलावल भुट्टो जरदारी अपने पिता और पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के साथ विवाद के बाद दुबई रवाना हो गए। बताया जाता है कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी [पीपीपी] के मुद्दों पर दोनों के बीच विवाद हो गया था। अब पाकिस्तान में आगामी 11 मई को होने वाले चुनाव के लिए पीपीपी को अपने स्टार प्रचारक के बिना ही चुनाव अभियान चलाना पड़ेगा।

बिलावल को हाल ही में पीपीपी का मुख्य संरक्षक बनाया गया है। देश में आतंकवादी हिंसा, शियाओं के खिलाफ हमले और आम चुनाव में पार्टी के टिकट वितरण को लेकर उनका जरदारी व बहन फरयाल तालपुर के साथ मतभेद हो गया था। सूत्रों के मुताबिक बिलावल ने अपने पिता को स्पष्ट कर दिया है कि पीपीपी ने गत वर्ष मानवाधिकार कार्यकर्ता किशोरी मलाला यूसुफजई को तालिबान द्वारा गोली मारे जाने और क्वेटा व कराची में शियाओं पर हुए हमलों के मुद्दे को मजबूती से स्वीकार नहीं किया है। इन हमलों में करीब 250 लोग मारे गए थे।

बिलावल युवाओं को प्रभावित करने के मुद्दे को लेकर भी पीपीपी के रुख से खफा थे। इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ और अन्य पार्टियों द्वारा युवाओं को आकर्षित करने के प्रयास को देखते हुए उन्होंने इसे लेकर पीपीपी के रुख के प्रति नाराजगी दिखाई थी। एक सूत्र ने बताया कि 24 वर्षीय बिलावल ने सिंध प्रांत में जिन लोगों को टिकट देने की सिफारिश की थी उनमें से कुछ को तालपुर ने टिकट देने से इन्कार कर दिया। बिलावल ने इन मुद्दों पर जरदारी से बात की थी और कहा था कि पार्टी के मसले पर निर्णय लेने के लिए उन्हें अधिकृत किया जाए। लेकिन जरदारी ने अपनी बहन का पक्ष लिया जो पीपीपी के मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। जरदारी ने कहा कि जब बिलावल राजनीतिक रूप से तैयार हो जाएंगे तो उन्हें पार्टी की कमान सौंप दी जाएगी। इससे बिलावल खफा हो गए और दुबई के लिए रवाना हो गए। सूत्र के मुताबिक एक समय तो बिलावल ने यहां तक कह दिया कि यदि मैं मतदान करता तो पीपीपी के पक्ष में वोट नहीं देता। बिलावल सितंबर में 25 वर्ष के होंगे। तब तक वह चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।26_03_2013-26Bilawal1