लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शिक्षक पद पर समायोजित शिक्षामित्र आज सड़क पर उतर आएं। पूरे प्रदेश भर में शिक्षामित्रों के भरोसे संचालित स्कूल बंद रहे। सभी जिलों में शिक्षामित्रों ने जुलूस निकाल कर अपना विरोध दर्ज किया। उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद में शिक्षामित्रों के सामने भुखमरी का संकट आ जाएगा। देवरिया जनपद मुख्यालय के सुभाष चौक पर शिक्षा मित्रों ने जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यही हाल संतकबीर नगर जिले में भी है।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद बुधवार को शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। यहां कलेक्ट्रेट से होते हुए शिक्षा मित्र गोरखनाथ मंदिर के मुख्य गेट पर पहुंच गए। वहां पर उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। हालांकि पुलिस ने मंदिर के मुख्य द्वार को बंद कर गोरखनाथ ओवरब्रिज पर प्रदर्शनकारियों को रोकने का किया, लेकिन चकमा देकर दूसरे रास्ते से प्रदर्शनकारी शिक्षामित्र गोरखनाथ मंदिर के मुख्य गेट तक पहुंच गए। मंदिर के मुख्य गेट के सामने सभी शिक्षामित्र बैठ गए हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। मंदिर प्रबंधन और पुलिस उन्हें समझाने में लगी हुई है। मंदिर गेट पर शिक्षामित्रों के बैठ जाने से रास्ता पूरी तरह जाम हो गया है। गोरखनाथ रोड के साथ अलीनगर, बाबीना मार्ग भी जाम हो गया है।
बीएसए आफिस में तोड़फोड़ व आगजनी
संतकबीरनगर । शिक्षामित्रों के समायोजन को निरस्त किए जाने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आक्रोशित शिक्षा मित्रों ने बुधवार को बीएसए आफिस में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी। हालांकि इससे पहले बीएसए माया सिंह कार्यालय का ताला बंद कर बाहर निकल आईं। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल मौके पर पहुंच चुका है।
कन्नौजः सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर शिक्षा मित्र बना रहे रणनीति, नहीं गए स्कूल। मंगलवार को समायोजित शिक्षा मित्रों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को जिले में चुनौती के तौर पर लिया गया है। बुधवार को शिक्षा मित्र स्कूल नहीं पहुंचे। इससे कई विद्यालयों में ताला लटक गया। ब्लाक संसाधन केंद्रों पर दोपहर में बैठक की तैयारी है। इसके बाद अगले कदम पर फैसला लिया जाएगा। शिक्षा मित्र संघ के पदाधिकारी बड़े आंदोलन की तरफ भी कदम बढ़ा सकते हैं।