दीपक ठाकुर:NOI।
भारतीय जनता पार्टी के नेताओ ने जब ये तस्वीर देखी होगी तो सभी की ज़ुबान पर यही गीत आया होगा जो लाज़मी भी है।क्योंकि भाजपा के ये दोनों पुराने सिपहसालार आज कल जब भी कुछ बोलते या करते हैं तो पार्टी गाइडलाइन के विपरीत ही नज़र आता है।
अभी हाल ही में रेफ़ल डील के सौदे को लेकर शत्रुघन सिन्हा ने जो सवाल किये वही सवाल विपक्षी पार्टी भी करती चली आ रही है यही हाल यशवंत सिन्हा का है उनका मूड भी पार्टी मूड के खिलाफ ही अपना मुख खोलता है और अब ऐसे में ऐसी तस्वीर आना ये बात साफ करने के लिए काफी है कि इन दोनो नेताओ ने भाजपा को जो दिया वर्तमान समय मे इनको उसका आधा या ये कहें ज़रा सा भी नही मिल रहा है जिससे ये नाराज़ भी रहते हैं।
अब इस तस्वीर को 2019 के चुनाव को मद्देनजर रख कर देखी जाए तो यही लगता है कि ऐसी तस्वीर भाजपा के लिए निराश करने वाली साबित होगी क्योंकि जिस तरह शत्रु भैया अखिलेश यादव की तारीफ कर रहे हैं
उससे तो यही लगता है कि 2019 घामासन में ऐसे और भी नज़ारे देखने को मिल सकते हैं जहां सपा के सितारे भाजपा के टूटते तारे के नज़दीक आएंगे और शायद वो नज़ारे भाजपा को ज़रा भी ना सोहायेंगे।