लखनऊ, विमल किशोर। उत्तर प्रदेश में 2017 का विधानसभा चुनाव निपट गया। पार्टियों और प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला EVM में बंद हो गया, और सभी शहरों के निवासियों ने इस चुनाव को उत्सव के नज़रिए से देखा है। हालांकि लखनऊ निवासी संगीता का कहना है कि इस बार चुनाव में जो भी जीतेगा उस पार्टी के लिए दो खुशियां आएगी एक जीत के रूप में और एक त्यौहार के रूप में। वहीं लखनऊ निवासी के मोबाइल दुकानदार अमन दीप सिंह का कहना है कि इस बार का चुनाव बड़ा मुश्किल और महत्वपूर्ण रहा है । लोगों ने अपने मनपसन्द पार्टी को जीताने के लिये वोट किया। बता दें कि वहीं तोपखाना बाजार में पान मसाला बेचने वाले दुकानदार सत्रुगन का कहना है इस बार लोगों में चुनाव के प्रति जागरूकता देखने को मिली और मतदाता ने अपना अधिकार समझकर विकास के नाम पर अधिक से अधिक मात्रा में मतदान किया ।
गौरतलब है कि विधानसभा 175 कैंट सीट पर बहुत कांटे की टक्कर है । जहाँ एक तरफ समाज वादी पार्टी मुखिया की छोटी बहू अपर्णा यादव प्रत्याशी के रूप में है, और वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की पूर्व विधायक और बीजेपी की उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी मैदान में आमने सामने की टक्कर में है। देखना यह है कि कैंट सीट पर किसमें कितना है दम और ये भी देखना है कि कौन सी पार्टी का उम्मीदवार जनता का प्रतिनिधि बनकर विधान सभा 175कैंट सीट से जीत के नए विधायक के रूप में आता है ।
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश विधान सभा में ये भी देखना बड़ा दिलचस्ब होगा कि किस पार्टी को मौक़ा मिलता है, सरकार बनाने का और कौन सी पार्टी यूपी की सरकार चलाने की हक़दार है। इस विधान सभा चुनाव में हर पार्टी अपनी सरकार बनाने का दावा कर रही है, देखना है कि इस शनिवार को किस पार्टी को EVM मशीन का साथ मिलता है, या कौन सी पार्टी EVM से होगी नराज़। ये सब कुछ दिनों में तय हो जाएगा कि किस की बनेगी सरकार या किस पार्टी को मिलेगा पूर्णबहुमत की सरकार उत्तर प्रदेश में ,और कौन सी पार्टी का CM चलाएगा अगली उत्तर प्रदेश सरकार ।