नई दिल्ली। तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती की है। पेट्रोल की कीमतों में 3.77 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई है जबकि डीजल 2.91 रुपये प्रति लीटर सस्ता हुआ है। नई कीमतें आधी रात से लागू होंगी।
नेचुरल गैस की कीमत में मामूली कमी
नेचुरल गैस की कीमत में मामूली कमी की गई है। इसकी कीमत 2.50 डॉलर से घटकर 2.48 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू रह गई है। नेचुरल गैस की कीमत में पिछले दो साल में यह पांचवीं गिरावट है। नेचुरल गैस सस्ती होने से वाहनों में इस्तेमाल होने वाली सीएनजी और घरों में प्रयुक्त पीएनजी की कीमत घटने की उम्मीद की जा सकती है।सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ओएनजीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मौजूदा गैस फील्ड से प्राप्त नेचुरल गैस की कीमत में एक अप्रैल से कमी की गई है।
एनडीए सरकार द्वारा अक्टूबर 2014 को मंजूर गैस प्राइसिंग फॉर्मूला के तहत हर छह महीने पर कीमत में संशोधन किया जाता है। नेचुरल गैस सस्ती होने से कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) और पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की कीमत में कमी आने की संभावना है क्योंकि इन गैसों की मूल गैस सस्ती होने से लागत में कमी आएगी। इसके अलावा पावर जेनरेशन और उर्वरक प्लांटों की भी लागत घटेगी क्योंकि इनमें भी नेचुरल गैस का इस्तेमाल होता है।इससे पहले एक अक्टूबर 2016 को नेचुरल गैस की कीमत में 18 फीसद की कमी की गई थी। इससे पूर्व पिछले अप्रैल में कीमत 20 फीसद कम होने से गैस का मूल्य 3.06 डॉलर रह गई थी।
एक अक्टूबर 2015 से 31 मार्च 2015 तक गैस की कीमत 3.81 डॉलर थी। इससे पहले छह महीने के दौरान कीमत 4.66 डॉलर रही।तेल मंत्रालय के पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल की अधिसूचना के अनुसार अप्रैल 2017 से अक्टूबर 2017 के दौरान घरेलू नेचुरल गैस की कीमत 2.48 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू रहेगी। कीमत कम होने से इसका वित्तीय भार ओएनजीसी पर होगा।
अगर नेचुरल गैस की कीमत में एक डॉलर की कमी होती है तो इससे कंपनी के राजस्व में करीब 4000 करोड़ रुपये की सालाना कमी आती है। हालांकि गैस उत्खनन कंपनियों को मदद देने के लिए गहरे समुद्र जैसे कठिन गैस क्षेत्रों में अविकसित गैस के लिए वैकल्पिक ईंधन के आधार पर मूल्य सीमा बढ़ा दी है। इन क्षेत्रों में मौजूदा प्राइसिंग फॉर्मूला पर गैस का उत्खनन करना आर्थिक रूप से व्यावहारिक नहीं है। अप्रैल 2017 से अक्टूबर 2017 तक के लिए इस गैस की मूल्य सीमा 5.3 डॉलर से बढ़ाकर 5.56 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू तय की है।