अहमदाबाद. फिल्म पद्मावत के विरोध में मंगलवार शाम राजपूत संगठनों ने अहमदाबाद में हिंसा का तांडव किया। चार शॉपिंग मॉल्स में जमकर तोड़फोड़, आगजनी और पथराव किया। 70 से ज्यादा बाइक फूंक डाली और 10 से ज्यादा कारों में तोड़फोड़ की गई। गुलमोहर, एक्रोपॉलिस, हिमालया और अल्फा-वन मॉल्स में भीड़ ने दो एटीएम, 10 शोरूम और तीन रेस्टोरेंट को तहस-नहस कर दिया। हमलावरों की संख्या डेढ़ से दो हजार तक बताई गई है। मॉल्स के इलाके में इन्होंने करीब डेढ़ घंटे तक उत्पात मचाया। हिंसक भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस को हवाई फायर भी करने पड़े।
करणी सेना के प्रमुख मंगलवार को गुजरात में थे
अभी साफ नहीं है कि हमलावर करणी सेना के कार्यकर्ता थे या नहीं। हालांकि, करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र सिंह कालवी मंगलवार को गुजरात में थे। गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने बताया कि 30 हमलावर गिरफ्तार किए गए हैं। इनसे पूछताछ के बाद ही पता चलेगा कि यह किस संगठन से जुड़े थे। इसी बीच, सीएम ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
सूरत के थिएटर मालिकों ने कहा, हमें पुलिस की सुरक्षा पर भरोसा नहीं, 25 को नहीं करेंगे फिल्म रिलीज
पद्मावत का सूरत में रिलीज खटाई में पड़ता दिख रहा है। भास्कर रिपोर्टर ने मंगलवार को शहर के पांच बड़े थिएटर संचालकों से फिल्म रिलीज करने को लेकर बात की तो उन्होंने एक सुर में कहा कि वह पुलिस की सुरक्षा पर भरोसा नहीं कर सकते हैं। कोई टिकट लेकर अंदर चला गया और वहां तोड़फोड़ व मारपीट करने लगे तो क्या करेंगे। इससे अच्छा है कि वह 25 जनवरी को फिल्म ही रिलीज न करें। उल्लेखनीय है कि सूरत जिला कलेक्टर व पुलिस कमिश्नर ने शहर के सभी थिएटर मालिकों को फिल्म रिलीज करने को लेकर सुरक्षा बंदोबस्त का आश्वासन दिया था। मंगलवार को जिला कलेक्टर की करणी सेना के साथ मीटिंग भी रखी गई थी, लेकिन वह कतिपय कारणों से नहीं हो पाई। करणी सेना अब भी अपने विरोध पर कायम है, इसलिए थिएटर मालिक फिल्म की रिलीज को लेकर असमंजस में दिख रहे हैं।
कमिश्नर ने भी कहा- थिएटर मालिक फिल्म रिलीज करने को तैयार नहीं
फिल्म रिलीज को लेकर पुलिस कमिश्नर सतीश शर्मा ने बताया कि थिएटर मालिकों के साथ मीटिंग हुई थी। उसमें शुरु में वे तय नहीं कर पाए कि फिल्म रिलीज करें या नहीं। रिलीज करेंगे तो सुरक्षा के क्या प्रबंध होंगे। इसलिए थिएटर मालिकों को इसके लिए सोचने का मौका भी दिया था। बाद में थिएटर मालिकों ने तय किया कि फिलहाल 25 जनवरी को फिल्म रिलीज नहीं करेंगे। उसके बाद माहौल देखकर तय करेंगे कि आगे कभी फिल्म रिलीज करनी है या नहीं? लेकिन, इतना तय है कि थिएटर मालिक 25 जनवरी को सूरत में फिल्म रिलीज नहीं करेंगे।
प्रेस कांफ्रेंस करने वाले दो लोगों के खिलाफ भी दर्ज हुआ मामला
रविवार को हुए विरोध-प्रदर्शन मामले में एक और मामला उमरा पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। इससे पहले पांच मामले दर्ज हो चुके हैं। शनिवार को सर्किट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान हितेश रामसकल विश्वकर्मा (निवासी- सहजानंद नगर, प्रियंका-02 के पीछे डिंडोली) और शिव ओम सुशील कुमार मिश्रा (निवासी- एना गांव, डिंडोली) द्वारा पेट्रोल की बोतल और पत्थर दिखाने के मामले में दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
प्रदर्शन में शामिल 42 गिरफ्तार 29 और की पुलिस ने की पहचान
सीपी ने बताया कि अब तक इस मामले में 42 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें वह आरोपी भी शामिल हैं जिन्होंने महिला पीएसआई के साथ बदसलूकी थी। अन्य 29 आरोपियों की पहचान भी कर ली गई है। गिरफ्तार किए गए सात आरोपियों को 1 दिन के रिमांड पर लिया है। जांच में करणी सेना, महाकाल सेना, सूर्या सेना व भवानी सेना के लोगों के नाम सामने आए हैं।
शहर के थिएटर संचालकों ने कहा, नुकसान हुआ तो उसकी भरपाई कौन करेगा
भास्कर रिपोर्टर को टीजीबी पॉपकॉर्न में फिल्म की शिड्यूलिंग करने वाले किरण नवड़ीवाला ने बताया कि हम फिल्म नहीं दिखाएंगे, क्योंकि अगर कोई नुकसान होगा तो उसकी भरपाई कौन करेगा। आइनॉक्स थिएटर के मैनेजर सीबू का कहना है कि अभी तक सेंट्रल ऑफिस से फिल्म को चलाने की इजाजत नहीं मिली है। इसलिए हम फिल्म 25 जनवरी को रिलीज नहीं कर रहे हैं। पीवीआर संचालकों ने भी फिल्म रिलीज करने से मना कर दिया। राजहंस और वेलेंटाइन थिएटर संचालकों ने भी फिल्म के विरोध को देखते हुए रिलीज डेट को टाल दिया है। सभी ने एक सुर में कहा, हम सुरक्षा के साथ समझौता नहीं कर सकते हैं।