उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के खिलाफ दुष्प्रचार पर निश्चित रूप से लगाम लगनी चाहिए।’ अरोड़ा और असेंबली के अन्य सदस्यों ने मांग की कि विदेश मंत्रालय भारतीय राजदूत को तलब करे और परिकर के बयान के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराए। सत्ता पक्ष के एक अन्य सदस्य शेख अलाउद्दीन ने सुझाव दिया कि इस मुद्दे पर असेंबली सदस्यों से बातचीत के लिए पंजाब असेंबली को भारतीय उपन्यासकार एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता अरुंधति राय को आमंत्रित करना चाहिए।