दीपक ठाकुर:NOI-लखनऊ।
राजधानी में पार्षदों की कार्यशैली किस तरह की है इसका जीता जागता उदाहरण आपको बालागंज के बिस्मिल मार्केट में देखने को मिल जाएगा जहां जनता के काफी कहने सुनने के बाद नाले का निर्माण तो करा दिया गया पर उसपर पत्थर रखवाने की जहमत किसी ने नही की जिसका नतीजा आप तस्वीरों में देख ही सकते हैं।
अब जब इस तरह गंदगी परोसी जा रही हो तो आप समझ ही सकते है कि बालागंज के बिस्मिल मार्केट में दुकानदारी का क्या आलम होता होगा और ग्राहक भी किस जद्दोजहद के साथ दुकानों तक आ पाते होंगे।
आपको बता दें कि नाले का निर्माण कार्य हुए लगभग दो महीने बीत चुके हैं पर इस पर सरकारी पत्थर अभी तक नही रखा जा सका है
क्या स्थानीय पार्षद और विधायक जी इस बात से अभी तक अनजान होंगे नही वो अनजान नही हैं बल्कि वो व्यस्त है इस निर्माण कार्य का श्रेय लेने की होड़ में मगर वो ये नही देख रहे के ये अधूरा कार्य जनता के लिए अभी भी मुसीबत का सबब बना हुआ है।