नई दिल्ली ,एजेंसी। पिछले दिनों साउथ इंडियन एक्ट्रेस श्वेता मेनन अपने एक बयान को लेकर चर्चा में आ गई थीं। श्वेता का ये बयान अपनी फिल्म में लाइव डिलीवरी शूट करवाने को लेकर था। उन पर आरोप लग रहे थे कि पैसों के लिए उन्होंने अपनी डिलीवरी शूट करवाई।
इस पर श्वेता ने साफ किया कि डिलीवरी की शूटिंग पैसों के लिए नहीं की गई थी। दरअसल, साल 2013 में आई फिल्म ‘कालीमन्नू’ के एक सीन के लिए डायरेक्टर ब्लेसी ने लाइव डिलीवरी शूट करने का फैसला लिया। ये फिल्म महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर बनाई गई थी।
फिल्म के डायरेक्टर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने डिलिवरी की रिकॉर्डिंग उस समय से शुरू की थी, जब श्वेता पांच महीने की गर्भवती थीं। 3 घंटे की फिल्म में लाइव डिलिवरी का सीन 45 मिनट का था। श्वेता ने बेटी को जन्म दिया था और उसका नाम सबाइना रखा गया।
श्वेता ने खुद ब्लेसी को अपनी डिलीवरी की शूटिंग करने की इजाजत दी थी। इसमें उनके पति श्रीवाल्सन मेनन भी उनके साथ थे। शूटिंग से पहले फिल्म की टीम मुंबई के नानावती हॉस्पिटल पहुंच गई थी। डिलीवरी रूम में तीन कैमरे लगाए गए थे। इस शूट के दौरान अस्पताल के डॉक्टर और नर्स के अलावा फिल्म की प्रोडक्शन टीम के तीन मेंबर्स थे।
इस सीन को शूट करने के लिए ब्लेसी ने फिल्म की रिलीज रोककर 6 महीने तक इंतजार किया था। फिल्म को दर्शकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली। वहीं क्रिटिक का कहना था कि फिल्म बेहतरीन थी और इसमें समाज को एक मैसेज दिया गया था।