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Friday, January 3, 2025

प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले सपा उम्मीदवार का नामांकन हुआ खारिज,,,,,,

प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले सपा उम्मीदवार का नामांकन हुआ खारिज,,,,,,

लखनऊ :(स्टेट ब्यूरो)NOI:-जैसा कि आम तौर पर मशहूर है कि राजनीति में अपने प्रतिद्वन्दी को पछाड़ने के लिये लोग शाम, दाम, दण्ड ,भेद जैसे सभी पैतरों को आजमाते रहते हैं और इसी तरह का एक खास मामला देश की 17 वीं लोकसभा के गठन के लिये छठे चरण में होने जा रहे मतदान के क्रम में वाराणसी से किस्मत आजमा रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनौती देने वाले गठबन्धन के प्रत्याशी बर्खाश्त सैन्य कर्मी तेज बहादुर यादव का नामांकन पत्र क्षेत्री रिटर्निंग आफिसर द्वारा आपत्ति लगाते हुये खारिज कर दिया गया है।अंतिम समय मे नामांकन खारिज होने की कार्यवाही को तेज बहादुर द्वारा असंवैधानिक बताते हुये इसके विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट जाने की घोषणा की है।यहां पर ये बात याद दिलाने की है कि तेज बहादुर यादव ये वह शख्स है जो कभी सेना का जवान हुआ करता था और सेना में सैनिकों के साथ हो रहे गलत व्यवहार के खिलाफ आवाज़ बुलंद की थी,उसने एक वीडियो के जरिये लोगों को अवगत कराया था कि सेना के जवानों को रद्दी किस्म के भोजन की आपूर्ति की जाती है जबकि ये जवान देश और देश की जनता की सुरक्षा के लिये हंसते हंसते अपने प्राणों की आहुति दे देता है और उसके साथ इस तरह का व्यवहार सरकार की कथनी और कथनी पर सवालिया निशान लगा देता है।तेज बहादुर के इस विद्रोह को संज्ञान लेते हुये उसे सेना से बर्खाश्त कर दिया गया,इसके बाद किसी साजिश के नतीजे में उसके बेटे की हत्या कर दी जाती है जिसके सन्दर्भ में उसे सरकार की ओर से कोई न्याय न मिल पाने की वजह से उसने वर्तमान आम चुनाव में प्रधानमंत्री के खिलाफ चुनाव की घोषणा कर निर्दलीय प्रत्याशी की हैसियत से अपना नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया था,तेज बहादुर के इस जज्बे का समर्थन करते हुये समाजवादी पार्टी ने इस सीट से घोषित अपने प्रत्याशी को बदलते हुये तेज बहादुर को गठबन्धन का प्रत्याशी बना दिया था और इस आधार पर तेज बहादुर ने एक सेट और नामांकन दाखिल कराया था।तेज बहादुर ने अपने नामांकन पत्र के दौरान जो हलफनामा दाखिल किया था उसमें निर्दल वाले में तो अपनी सेना से बर्खास्तगी को दर्शाया था लेकिन दूसरे वाले हलफनामे में ये सूचना अंकित नहीं किया था जिसकी वजह से उन्हें कल देर शाम को रिटर्निंग अफसर की ओर से सूचित कर उक्त त्रुटि को सुधारने की हिदायत दी गयी थी परन्तु आज उनका वह नामांकन निरस्त कर दिया गया जबकि तेज बहादुर का कहना है कि मैंने उक्त के संदर्भ में कागजात तैयार करा लिये थे और उसे मैं दाखिल करने ही जा रहा था कि मुझे बताया गया कि उसका नामांकन निरस्त कर दिया गया है।तेज बहादुर ने आरोप लगाते हुये कहा कि ये सब भाजपा और सत्ता पक्ष की साजिश का नतीजा है जिसमे प्रधानमंत्री को अपनी पराजय का अहसास होने लगा था तभी उन्हें रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली।तेज बहादुर का ये भी कहना है कि नामांकन के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एक दिन की यहां गुप्त यात्रा की थी और उन्हीं के कहने पर जिलाधिकारी ने बड़े ही नाटकीय ढंग से नियमों को ढाल बना कर साजिश के तहत उनका नामांकन रद्द किया है।उन्होंने उनके इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का भी ऐलान किया है।तेज बहादुर के नामांकन रद्द होने से जहां सपा कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों में रोष है वही विपक्ष की दूसरी पार्टियों ने प्रधानमंत्री को हार का मुंह न देखने के लिये सभी तरीकों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।पिछले चुनाव से लेकर वर्तमान चुनावी श्रंखला में विपक्ष ने ई वी एम मशीन में गड़बड़ी की भी आवाज़ उठाई गई है लेकिन निर्वाचन आयोग ने उनकी सभी दलीलों और विरोध को खारिज करती रही है।

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