कोटा।राजस्थान के कोटा में मां के छोड़े गए 96,500 रुपये के पुराने नोटों के अचानक मिलने की घटना ने एक अनाथ भाई-बहन के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। इन नोटों को बदलने का कोई रास्ता नहीं पाकर इन भाई-बहन ने अब प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उनसे मदद की गुहार लगाई है।
चलन से बाहर हो चुके 500 और 1000 रुपये के बैंक नोटों को बदलने की अंतिम तारीख समाप्त हो चुकी है। इस महीने की शुरुआत में सरवड़ा गांव स्थित भाई-बहन के बंद पड़े पैतृक घर में पुलिस सर्वेक्षण के दौरान नोट मिले थे। 4 साल पहले अपनी मां पूजा बंजारा की हत्या के बाद से 16 साल का सूरज और 11 साल की सलोनी कोटा के रंगबरी इलाके में चाइल्ड होम में रहते हैं। इनके पिता की मौत उससे भी पहले हो गई थी।
बाल कल्याण समिति (CWC) के अध्यक्ष हरीश गुरुबक्षाणी ने बताया, RBI के इन पुराने बैंक नोटों को बदलने से इनकार करने के बाद बच्चों ने शनिवार को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इन्हें बदलने की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है।
96,500 रुपये की यह रकम उनकी मां की जीवन भर की बचत है। भाई इस रकम को अपनी बहन के नाम पर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) कराना चाहता है। हरीश के मुताबिक, दोनों के मां-बाप की मौत पहले हो चुकी है।
CPM ने नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा किए गए चलन से बाहर हो चुके नोटों के आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए जाने पर मोदी सरकार पर निशाना साधा। CPM महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्विटर पर पूछा कि क्या मोदी सरकार ‘इतनी अक्षम’ है कि वह अभी तक आंकड़े सामने नहीं ला पाई है।