छत्तीसगढ़ को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय स्थान मिला है.
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत निर्माण कार्य को पूर्ण करने का छत्तीसगढ़ ने राष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है.
अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ को पिछले पांच वर्षो में कार्य की पूर्णता के लिए इस योजना में राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय स्थान मिला है.
वित्तीय वर्ष 2008-09 से लेकर विगत वित्तीय वर्ष 2012-13 तक पांच वर्षो की अवधि में राज्य में मनरेगा के तहत विभिन्न प्रकार के तीन लाख 91 हजार 235 कार्य पूर्ण किए गए हैं.
इनमें से सर्वाधिक एक लाख 21 हजार 159 कार्य अनुसूचित जातियों और जनजातियों के किसानों की निजी भूमि पर सिंचाई सुविधाओं के विकास से संबंधित है, जिन्हें पूर्ण करने पर स्थानीय स्तर पर किसानों को सिंचाई की बेहतर सुविधा मिलने लगी है.
उन्होंने बताया कि इस श्रेणी के अंतर्गत एक लाख 41 हजार 793 कार्य शुरू किए गए थे. इसी कड़ी में भूमि सुधार के अंतर्गत किसानों के खेतों के समतलीकरण आदि से संबंधित कुल एक लाख 41 हजार 527 कार्य में से इस अवधि में एक लाख 10 हजार 248 कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि गांवों में भू-जल स्तर बढ़ाने के लिए जल संरक्षण और संवर्धन से संबंधित 51 हजार 348 कार्य मनरेगा में लिए गए और इनमें से 37 हजार 679 कार्य को पूर्ण किया गया. इसके अंतर्गत बड़ी संख्या में छोटे तालाब इत्यादी बनवाए गए.
उन्होंने बताया कि मनरेगा में इस दौरान सूखा रोधन के अंतर्गत 30 हजार 19 कार्य में से इस अवधि में 22 हजार 986 कायरे को पूर्ण किया गया.
गांवों में कुंए आदि परम्परागत जल निकायों के नवीनीकरण के लिए इस दौरान 48 हजार 260 कार्य हाथ में लिए गए थे. इनमें से 40 हजार 411 कार्य पूर्ण किए गए.
बाढ़ नियंत्रण से संबंधित कार्य के तहत नदी-नालों में तटबंध निर्माण जैसे तीन हजार 580 कार्य में से इस दौरान दो हजार 422 कार्य को पूर्ण किया गया.
इसके अलावा ग्राम पंचायतों में सभी सुविधाओं से सुसज्जित भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र भवनों के एक हजार 538 निर्माण कार्य शुरू किए गए. इनमें से अब तक 115 कार्य को पूर्ण कर लिया गया है.