सांकेतिक तस्वीर: कांग्रेस
उत्तर प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस फिर से वापसी करना चाहती है। पार्टी को जनता के करीब लाने के लिए संगठन को कई काम भी सौंपे गए लेकिन उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिल सके हैं। इसके बाद अब कांग्रेस ने समाज के बुद्धिजीवियों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के नेता अब विभिन्न वर्गों से आनेवाले डॉक्टरों, इंजिनियर्स, शिक्षकों और वकीलों से पूछेंगे कि पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए। यही नहीं, विशेष लोगों की राय हर जिले से लेकर हाईकमान को सौंपी जाएगी। इसी के साथ कांग्रेस से आम जनता को जोड़ने के मद्देनजर हर गांव में ग्राम कांग्रेस कमिटी का गठन पार्टी ने अनिवार्य कर दिया है।
कांग्रेस के महामंत्री (प्रभारी संगठन) अशोक गहलोत की तरफ से राहुल गांधी के प्लान के मुताबिक जानकारी भेजकर जुटने की हिदायत दी गई है। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर की तरफ से इस बाबत चिट्ठी सभी ओहदेदारों को भेजी गई है। चिट्ठी में राहुल के संदेश की जानकारी दी गई।
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चिट्ठी के जरिए दिए गए ये निर्देश
कांग्रेस के एक सीनियर लीडर के मुताबिक, चिट्ठी में कहा गया कि सभी जिलों में हर स्तर पर कांग्रेस के ओहदेदार अपने यहां से बुद्धिजीवियों डॉक्टर, टीचर, इंजीनियर, अधिवक्ता, प्रिंसिपल से जाकर मिलें और उनसे बात करें। इसके साथ ही बुद्धिजीवियों से यह पूछें कि कांग्रेस को मजबूत करने के लिए क्या किया जा सकता हैं। कांग्रेस को मजबूत करने के लिए इन बुद्धिजीवियों की राय की रिपोर्ट बनाकर हाईकमान को भेजेंगे ताकि इनकी राय से संगठन की मजबूती की दिशा में आगे कदम उठाए जा सकें और मौजूदा संगठनात्मक स्थिति में जरुरत हो तो बदलाव किया जा सके।
जानिए, क्या होंगे फायदे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के मुताबिक, बुद्धिजीवियों से संपर्क करने से दो सियासी फायदे पार्टी देख रही है। एक तो बेहतर सुझाव मिल जाएंगे और दूसरी ओर इस वर्ग में बीजेपी के माने जानेवाले प्रभाव के बीच कांग्रेस अपनी नीतियों को आसानी से पहुंचा सकेगी।
‘जिला और ब्लॉक स्तर पर गिनती के चेहरे’
कांग्रेस की योजना के अनुसार, प्रदेश अध्यक्ष की चिट्ठी में जनता की हमदर्दी हासिल करने और उनकी परेशानी में भागीदार बनने के लिए यूपी समेत देश के हर गांव में ग्राम कांग्रेस कमिटी का गठन करना अनिवार्य होगा। कांग्रेस संगठन से जुड़े एक पदाधिकारी का कहना है कि पार्टी का संगठन मजबूत नहीं है। जिला और ब्लॉक स्तर पर ही गिनती के चेहरे हैं। वहीं हर आयोजन या आंदोलन में दिखाई देते हैं जबकि संगठन की मजबूती के लिए गांव सबसे अहम इकाई है। इस बार कांग्रेस हर गांव में कमिटी बनाकर उनके पदाधिकारियों के मोबाइल नंबर, नाम और कौन सा पदाधिकारी क्या काम करता है, इसकी जानकारी हाईकमान के पास होगी।
बूथ कमिटी का गठन करने के निर्देश
लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारी में जुटे सियासी दलों को देखते हुए कांग्रेस के बूथ कमिटी गठन के काम में ढिलाई पर हाईकमान ने नाराजगी भी जताई है। राज बब्बर की चिट्ठी में गया है कि हर हाल मे एक माह के भीतर सभी बूथ कमिटी का गठन करें। कांग्रेस सूत्रों केमुताबिक इस बार बूथ कमिटी में हर वर्ग के लोगों की भागीदारी देने पर जोर दिया गया हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने अपनी चिट्ठी में हर जिला, शहर, ब्लॉक और वॉर्ड कमिटी के संगठन की बैठक हर हाल में महीने में एक बार करने को अनिवार्य कर दिया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अभी कई महीनों तक संगठन की बैठक नहीं हो रही थी, जबकि हाईकमान को फर्जी जानकारी दी जाती रही।