Sitapur-anoop pandey/NOI-उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर में केंद्र व प्रदेश सरकार के सख्त हिदायतो के बाद भी जिम्मेदार सबक नहीं ले रहे हैं सरकारें अपना फरमान देती रहती हैं नियम कायदे बनाकर अधिकारियों व कर्मचारियों को पालन करने की कवायद करते हैं लेकिन संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों , कर्मचारियों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है जो भी मन में आई वही करते रहते हैं आदेशों को दरकिनार कर अपने कार्य में लगे हैं कुछ इसी तरह का हाल विकासखंड रामपुर मथुरा का है यहां का स्वास्थ्य महकमा प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने का कार्य कर रहा है यहां पर एक व्यक्ति ने प्राइवेट अस्पताल सुमन हॉस्पिटल एंड मेटरनिटी सेंटर के मानक विहीन व कुशल डॉक्टरों के अभाव में संचालन की शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर की थी जिसमें स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र रामपुर मथुरा के अधीक्षक सुशील वर्मा ने निस्तारित करते हुए आख्या लगाई है कि उपरोक्त हॉस्पिटल के मानक विहीन स्थिति का निरीक्षण कर के अस्पताल बंद करवा दिया गया है और साथ में शपथ पत्र भी लिखवा लिया है कि भविष्य में यदि यह पुना: हॉस्पिटल संचालित करते हैं तो इनके विरुद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी।
इस प्रकार से अधीक्षक शिकायत का निस्तारण करके पल्ला झाड़ लिया लेकिन अस्पताल बंद कराए जाने व वर्तमान में संचालन की हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है शिकायत का कोई असर नहीं पड़ा है और यह प्रति दिन पहले की तरह खुलता है और मरीजों का इलाज किया जा रहा है सीएचसी अधीक्षक द्वारा लिखित भी दे दिया गया है कि अस्पताल बंद करवा दिया है लेकिन यह पहले की तरह आज भी संचालित हो रहा है ऐसी स्थिति में प्रशासन की आंखों में धूल झोंकना नहीं तो क्या होगा ?
प्रदेश में योगी सरकार में यदि जिम्मेदार अधिकारी इसी तरह की मनमानी करते रहेंगे तो शिकायतकर्ता शिकायत करते रहेंगे और अधिकारी मनमानी करते रहेंगे और भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंचेगा