लोहिया ट्रस्ट की बैठक में मीडिया से मुखातिब होते हुए सपा संस्थापक मुलायम सिंह का दर्द छलक उठा। एक सवाल के जवाब में अखिलेश पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जो बात का पक्का नहीं है, वो जीवन में कभी कामयाब नहीं हो सकता।
अखिलेश ने तीन महीने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए कहा था। उन्होंने बाप को धोखा दिया है।
नई पार्टी के गठन को लेकर लगाई जा रही सभी अटकलों पर मुलायम ने विराम लगा दिया। हालांकि उन्होंने कहा कि अखिलेश के साथ मेरा आशीर्वाद हमेशा है, लेकिन उनके फैसलों से मैं सहमत नहीं हूं।
शिवपाल सिंह यादव ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया। सूत्रों के मुताबिक नई पार्टी के गठन पर बात न बनने के चलते शिवपाल ने बैठक का बहिष्कार किया है।