उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि एक कैंप में लोगों की जांच के कारण इस प्रकार का खुलासा हुआ. हम इस मामले की जांच कर रहे हैं, जिस फर्जी डॉक्टर के कारण ऐसा हुआ है. उसकी तलाश की जा रहे हैं.
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में पिछले दस माह में करीब 46 लोगों में HIV के लक्षण पाया गया है. जिसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है. यह घटना सिर्फ एक डॉक्टर की गलती के कारण हुई है.
आरोप है कि डॉक्टर ने कथित तौर पर एक ही सिरींज से कई लोगों को इंजेक्शन लगाया था, जिसके कारण HIV फैला और लोग इसका शिकार होते गए. कम पैसों में इलाज का लालच दे डॉक्टर ने एक कैंप लगाया था. जिसमें चेकअप कराने के लिए कई लोग वहां पहुंचे थे.
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि एक कैंप में लोगों की जांच के कारण इस प्रकार का खुलासा हुआ. हम इस मामले की जांच कर रहे हैं, जिस फर्जी डॉक्टर के कारण ऐसा हुआ है. उसकी तलाश की जा रहे हैं.
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
दरअसल, नवंबर 2017 में बांगरमऊ तहसील में एक एनजीओ के द्वारा कैंप लगाया गया. जिसमें HIV की बात सामने आई, बाद में जिला अस्पताल भेज इस बात की पुष्टि करवाई गई. लोगों ने इस दौरान उस डॉक्टर के बारे में बताया. बांगरमऊ काउंसलर सुनील ने न्यूज़ एजेंसी को बताया कि इस प्रकार के करीब 500 मामले इस क्षेत्र में हो सकते हैं.
केंद्र सरकार की ओर से भी इस मामले की जांच के लिए उन्नाव में एक टीम भेजी गई है. जो पूरे मामले की जानकारी ले रही है. उन्नाव के सीएमओ एस.पी. चौधरी ने बताया कि मामले में केस दर्ज कर लिया गया है.
सीएमओ के मुताबिक, अप्रैल से जुलाई के बीच में करीब 12 मामले सिर्फ बांगरमऊ तहसील में ही सामने आए थे. इसके अलावा कई मामले जिले के अन्य इलाकों से भी सामने आए हैं. सीएमओ ने बताया कि हमने कुल 566 लोगों का टेस्ट किया, जिसमें से 21 लोग HIV से संक्रमित पाए गए.