गुजरात के दीव नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली। वहां कुल 13 सीटों में से 10 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की। राज्य में इसी साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं। इस वजह से इन नतीजों को भारतीय जनता पार्टी (सत्ताधारी पार्टी) के लिए करारा झटका भी माना जा रहा है।
भाजपा को कुल तीन सीटों पर जीत मिली है। इतना ही नहीं वहां भाजपा ने जिनके नाम पर चुनाव लड़ा वह तक हार गए। भाजपा की अगुवाई कीरट वाजा कर रहे थे लेकिन वह अपनी सीट तक नहीं बचा पाए। नतीजे आने के कुछ घंटों बाद ही उन्होंने उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया। उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार ने 17 वोटों से हराया। उनके नाम पर भाजपा 14 साल बाद फिर से नगर निकाय में अपना कब्जा करना चाहती थी।
नगम निगम के वर्तमान अध्यक्ष हितेश सोलंकी ने भी जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा के जीतेंद्र भारया को 598 वोटों से हराया। दीव नगर पालिका परिषद में पिछले दस सालों से कांग्रेस का राज है। शनिवार को हुई मतदान में 72.70 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। नतीजों से पहले दोनों पार्टियों को जीत का भरोसा था।
पार्टी के अच्छे प्रदर्शन के बाद गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भारत सोलंकी ने ट्वीट किया, ‘दीव ने बीजेपी को नकार दिया, नगर पालिका में कांग्रेस 13 में से 10 सीटों पर विजयी रही। यह तो शुरुआत है। ऐसा पूरे गुजरात में होगा।’
दीव का चुनाव जीतकर कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं। वहीं बीजेपी को अब भी लगता है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दम पर गुजरात में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर लेगी।
आपको बता दें कि सोमबार को यूपी में भी बीजेपी की हालत पतली रही जब पूर्ण बिजेता बीजेपी तीसरे और चौथे नंबर पर आई। अब गुजरात से यह खबर बीजेपी के लिए शुभ संकेत नहीं है।