अहमदाबाद। गुजरात में 3 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय वस्त्र और सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी और बीते दिनों कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए बलवंत सिंह राजपूत प्रत्याशी हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से अहमद पटेल प्रत्याशी हैं। इस राज्यसभा में एक ओर जहां भाजपा ने तीनों पर जीत के लिए जोर लगा दिया है वहीं कांग्रेस किसी तरह से अपनी साख बचाने की कोशिश कर रही है।
इसी कड़ी में जनता दल यूनाइटेड ने भाजपा को समर्थन का ऐलान किया था लेकिन पार्टी के एक मात्र विधायक ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया है। जदयू विधायक बासवा ने बगावत करते हुए कहा है कि वो कांग्रेस उम्मीदवार को वोट देंगे। सूत्रों की मानें तो बासवा जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव के करीबी हैं। गौरतलब है कि अहमद पटेल को राज्यसभा पहुंचने के लिए अभी भी 45 विधायकों की जरूरत है लेकिन 6 विधायकों के बागी होने के बाद इनकी संख्या सिर्फ 44 बची हैं। इस बीच वोटिंग से एक दिन पहले कांग्रेस के सभी विधायक सोमवार (7 अगस्त) को गुजरात पहुंच गए , जिन्हें 29 जुलाई को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के निकट एक रिसोर्ट में ठहराया गया था।
वहीं नेश्नलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) ने भी भाजपा को समर्थन देने का ऐलान किया है। यह बात दीगर है कि गुजरात विधानसभा सदस्यों की संख्या 182 विधायकों की है। कांग्रेस के 6 सदस्यों के इस्तीफे के बाद संख्या 176 तक सीमित रह गई है। विधानसभा में भाजपा के 121,कांग्रेस के 51, NCP के 2, जदयू से 1 और 1 विधायक निर्दलीय है। इस चुनाव में जीत के लिए प्रत्येक प्रत्याशी को 45 मत की आवश्यकता है।