लखनऊ, दीपक ठाकुर। भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश चनाव के लिए जो अपना घोषणा पत्र जारी किया उसमे वादों की भरमार रही बुन्देल खंड से लेकर राम मंदिर तक को तरजीह दी गई वहीँ महिलाओं की सुरक्षा की बात हो या कानून व्यवस्थता की सभी पर कुछ ना कुछ अच्छा करने का वादा किया है वहीँ युवा वर्ग को रोज़गार और मुफ्त शिक्षा की बातों की भी घोषणा कर दी गई है शनिवार को जब अमित शाह अपना घोषणा पत्र मिडिया के सामने प्रस्तुत कर रहे थे उसी वक्त बसपा ने इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया भी मीडिया के सामने रख दी।
बसपा सुप्रीमो बहन कुमारी मायावती ने भारतीय जनता पार्टी के इस घोषणा पत्र को रद्दी में फेकने वाला बतया उनका कहना था कि भाजपा सिर्फ वादों का सहारा लेकर सत्ता में आती है फिर भूल जाती है। मायावती ने बड़े तल्ख़ लहजे में कहा की भाजपा ने लोक सभा चुनाव के दौरान जो वादे किये उनको तो अभी तक पूरा नहीं किया तो आगे इनकी बात पे भरोसा क्यों किया जाये उनका कहना था कि मोदी सरकार ने काला धन वापस लाने की बात की पर सत्ता में आने के बाद भूल गए उन्होंने कहा कि नोट बंदी से जनता त्रस्त है पर सरकार बेपरवाह है।
एक दूसरे के घोषणा पत्र में आपत्ति जताना तो पार्टियों का अधिकार है पर भाजपा ने घोषणा पत्र जारी कर जनता को फायदा पहुंचाने की जो बात कही है वो जनता को कितनी समझ आती है ये देखने वाली बात होगी।