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Thursday, December 26, 2024

अमन चैन की दुआओं के साथ पढ़ी गयी नमाज-ए अलविदा……….


परम्परागत तरीके से जनपद में अलविदा का त्योहार अक़ीदतमन्दी के साथ शांति पूर्वक हुआ सम्पन्न,अमन चैन के लिये की गई दुआयें,,,,,,,,,,,
बहराइच :(अब्दुल अजीज)NOI :- पवित्र रमज़ान माह के आखिरी शुक्रवार को आयोजित होने वाला अलविदा का पर्व जनपद में परम्परा गत ढंग से शांति पूर्वक सम्पन्न हो गया।इस अवसर पर तमाम प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के बीच शहर की मसाजिदों में नमाज-ए अलविदा अदा की गयीं जिसमें इस्लाम धर्म के मानने वाले लोगों ने अक़ीदतमन्दी और ऐहतराम के साथ नमाज अदा की।इस ख़ुशूसी नमाज में पुरुषों के अलावा भारी संख्या में बच्चों ने भी उत्साह पूर्वक नमाज अलविदा अदा की।हमेशा की तरह इस बार भी अलविदा की नमाज अदा करने के लिये सबसे ज्यादा अकीदतमंद नमाजी काजीपुरा स्थित जामा मस्जिद और दरगाह शरीफ में देखे गये जबकि चौक बाजार की नानपारा मस्जिद,कबाबची गली मस्जिद,मस्जिद आलम शहीद,गोल मस्जिद, सौदागर मस्जिद, मस्जिद काले खान,मस्जिद मकबरा अलावल खां, मस्जिद छोटी तकिया,बड़ी तकिया,घसियारी मस्जिद सालार गंज,मस्जिद अमीर माह,मस्जिद अटकोनवा समेत शहर की सैकड़ों मसाजिदों में लाखों लोगों ने नमाज-ए अलविदा अदा की।

​जामा मस्जिद में मौलाना वली उल्ला,दरगाह में मौलाना अर्शदुल कादरी,नानपारा मस्जिद में कारी जुबेर अहमद,सौदागर मस्जिद में हाफिज हनीफ वगैरह ने नमाजें पढायीं।इस दौरान बाद नमाज मुल्क और मिल्लत के अलावा लोगों ने अमन चैन व अपनी और समाज सुरक्षा के लिये दुआयें भी मांगी।सूत्रों के मुताबिक अलविदा से पूर्व जिला प्रशासन द्वारा इस मौके पर व्यापक पैमाने पर व्यवस्थाएं करने की घोषणा की गई थी लेकिन प्रशासन की वह सारी घोषणाएं मात्र हवा हवाई साबित हुई।अलविदा के मौके पर आज सबसे ज्यादा बिजली विभाग की अव्यवस्था से दो चार होना पड़ा जिसके मुताबिक आज सुबह से ही शहर के अधिकांश हिस्सों में बिजली की आंख मिचौली का खेल चलता रहा जिसकी वजह से लोगों को नहाने धोने और वजू आदि के लिये पानी की किल्लत का सामना करना पड़ा दूसरे शहर विभिन्न इलाकों में खास कर उन क्षेत्रों में जहां मस्जिदें आबाद हैं वहीं अण्डर ग्राउण्ड कैब्लिंग के लिए खोदी गयी जमीन को सही ढंग से बराबर न किये जाने की वजह से आवागमन में भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है।इसके अलावा प्रशासन द्वारा ये भी दावा किया गया था कि मस्जिदों के आस पास सुरक्षा की भी खास व्यवस्था की गई थी लेकिन इसका भी कोई माकूल इंतेज़ाम नही रहा और अधिकांश मस्जिदों के आस पास एक होम गार्ड तक दिखाई नही दिया जबकि आज के दिन भीड़ अधिक होने की वजह से मस्जिदों के बाहर भी नमाज पढ़ी जाती है और उसके लिये साफ सफाई के अलावा जानवरों की रोक थाम की व्यवस्था की जाती है लेकिन आज भी हमेशा की तरह क्षेत्रों में छुट्टा साँड़ विचरण कर इलाके में गन्दगी फैलाते देखे गये जिन्हें रोकने की कोई प्रशासनिक व्यवस्था न होने से आज भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा,लेकिन इन सबके बावजूद शहर सहित पूरे जिले में लाखों की तादाद में लोगों ने शांति पूर्वक नमाज-ए अलविदा अदा की।अलविदा को लोग छोटी ईद के रूप में भी मनाते हैं और इस लिहाज से भी मुस्लिम समाज के लोगों के लिये ये खास अहमियत का दिन माना जाता है।

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