नई दिल्ली, एजेंसी। ‘दुनिया है किस्सों का मेला’ कुछ किस्से तो आपके भी पास पड़ोस में मिल जाएंगे। ऐसा ही एक किस्सा है मोरक्को की बकरियों का। इनकी फोटोज देखकर यही लगेगा कि ये फोटोशॉप की हुई हैं, लेकिन ये सही है। यहां की बकरियां यूं ही नहीं चढ़ी हैं पेड़ पर, इसके पीछ कोई वजह है। उत्तरी अफ्रीका में मोरक्को नाम का एक देश है जहां ज्यादातर इलाके काफी सूखे और रेतीले हैं। यहां आने वाले टूरिस्ट अक्सर ये सवाल पूछते हैं ये बकरियां पेड़ों पर कैसे चढ़ती हैं? ऐसे दृश्य मोरक्को में आम हैं, यहां दर्जनों की संख्या में बकरियां पेड़ों पर मौजूद मिलती हैं।
ये पक्षियों की तरह पेड़ की चोटी पर भी बैठी दिखती हैं। कहते हैं कि तेज ढलानों वाले इलाकों और पहाड़ों पर आते-जाते बकरियां पेड़ों पर चढ़ने के काबिल बनती हैं। यहां ‘आर्गन’ नाम का फलों का एक पेड़ पाया जाता है जिस पर बकरियां अक्सर चढ़ जाती हैं। ये बकरियां इसके फल में स्थित बीज को खा लेती हैं पर गूदे को फेंक देती हैं क्योंकि यह पचने में कठिन होता है। इसमें छिपे बीज से आर्गन अॉयल निकलता है।
जो महंगा और उपयोगी होता है। जब बकरियां इस बीज को खा लेती हैं तो आस-पास के गांव वाले बकरियों की कीमती पॉटी को इक्टठा करते हैं और आर्गन तेल बनाते हैं। अगर यहां के रहने वाले चाहते तो पेड़ से इस फल को डायरेक्ट तोड़ कर अपना काम कर लेते। लेकिन बकरियों का खाना भी हो जाता है और इनका काम भी हो जाता है। शायद इसलिए गांववाले खुद इस फल को नहीं तोड़ते।