नई दिल्ली, एजेंसी। बाइक-कार रखने वालों की सैलरी/पॉकेट मनी का एक बड़ा हिस्सा पेट्रोल पंप के हिस्से में जाता है। कई बार इस तरह की शिकायतें सामने आती हैं कि उन्हें माप से कम पेट्रोल मिला या पेट्रोल में मिलावट थी। ग्राहक थोड़ी सी सतर्कता रखेंगे तो वह बहुत हद तक इस तरह की धोखाधड़ी के शिकार होने से बच सकेंगे। हम आपको ऐसे ही 5 तरकीब बता रहे हैं, जिससे आप पेट्रोल पंप पर धोखे का शिकार होने से बच सकते हैं…
कम चहल-पहल वाले पेट्रोल पंप पर न जाएं
कई पेट्रोल पंप पर दिन भर में कम ग्राहक पहुंचते हैं। ऐसे पंप की मशीन से जब हम पेट्रोल लेते हैं तो नोजल में पेट्रोल आने से पहले कुछ प्वाइंट हवा गाड़ी की टैंक में भर जाएगी और मीटर भी बढ़ जाएगी। इससे आपको पेट्रोल कम मिलता है।
जीरो रीडिंग के रीडिंग स्टार्ट नंबर देखें
पेट्रोल पंप मशीन में रीडिंग स्टार्ट होने से पहले जीरो रीडिंग पर जरूर ध्यान दें। इसके साथ ही यह भी देखें कि रीडिंग स्टार्ट किस नंबर से हुई है। कभी-कभी 10 से लेकर 15 तक नंबर पर रीडिंग स्टार्ट होती है। एक चीज और गौर करनी चाहिए कि यदी रीडिंग तीन से ज्यादा पर जंप हुआ तो आपको नुकसान होगा।
गाड़ी के रिजर्व में जाने से पहले पेट्रोल भरवा लें
बहुत लोग गाड़ी के रिजर्व में जाने पर ही पेट्रोल भरवाते हैं। वहीं, कई लोग तो रिजर्व के बाद भी गाड़ी को चलाते रहते हैं। लेकिन, जितना आपका टैंक खाली रहेगा, उसमें उतनी ही हवा भरेगी। ऐसे में पेट्रोल भरवाते समय हवा के कारण पेट्रोल की मात्रा कम मिलेगी।
मीटर रुक-रुक कर चल रहा हो तो हो सकते हैं शिकार
कई बार नोजल से टैंक में पेट्रोल जाते वक्त मीटर बार-बार रुकता है। इससे नंबर तो बढ़ जाते हैं, लेकिन पेट्रोल उतनी मात्रा में टैंक में नहीं जाता है। साथ ही अंतिम में थोड़ा बहुत पेट्रोल नोजल में ही रह जाता है।