दिल्ली ,NOI । राजेश मेहरा घर पर पार्टी मना रहे थे, तभी अचानक उनकी पत्नी को दिल का दौरा पड़ा। तब रात के 11 बज रहे थे। राजेश अपनी पत्नी को फौरन नजदीकी अस्पताल लेकर गए, जहां उन्हें कुछ दिनों तक आइसीयू में रखने की सलाह दी गई। दुर्भाग्य से उस समय राजेश के पास घर में एक भी पैसा नहीं पड़ा था, लेकिन फिर भी उन्होंने पत्नी को तुरंत आइसीयू में भर्ती करा दिया।राजेश को न तो पहले कोई भी पैसा देना पड़ा और न ही पत्नी को डिस्चार्ज कराकर ले जाने के दौरान कोई पैसा देना पड़ा। आज राजेश को खुशी हो रही थी कि उन्होंने एक मित्र की सलाह पर मेडिकल इंश्योरेंस पॉलिसी ले ली थी, जिसकी मदद से उन्हें रात के समय आपातकालीन मेडिकल इमरजेंसी के दौरान अस्पताल में कैशलेस एडमिशन की सुविधा प्राप्त हो गई।
कैशलेस पॉलिसी वरदान
चाहे हेल्थ इंश्योरेंस हो या मोटर इंश्योरेंस, कैशलेस पॉलिसी संकट के समय वास्तव में वरदान साबित होती हैं। खासकर ऐसे समय जब कैश की अत्यधिक जरूरत हो। इस तरह की पॉलिसीज, पॉलिसीधारक के लिए काफी मददगार होती हैं। कैशलेस पॉलिसीज न केवल भारत में उपयोगी होती हैं, बल्कि यदि आप ट्रैवेल इंश्योरेंस पॉलिसी चुनते हैं, तो यह विदेशों में भी आपको पूरी सुरक्षा देती है।
हर समय कैश लेकर चलना संभव नहीं है
हर समय कैश लेकर चलना संभव नहीं है
‘ट्रैवल लाइट’ का फार्मूला कैश पर भी लागू
‘ट्रैवेल लाइट’ वाली बात न केवल कपड़ों और एसेसरीज़ पर लागू होती है, बल्कि कैश पर भी लागू होती है। चाहे आप भारत में हों या विदेश में, एक बार घर से बाहर निकलने के बाद कोई भी स्वास्थ्य की समस्या आने पर उससे निपटना बहुत मुश्किल होता है। हर समय कैश लेकर चलना संभव नहीं है। तो फिर यदि आप परिवार के साथ छुट्टियां मनाने बाहर जाएं और आपकी कार खराब हो जाए, तो क्या होगा? जरूरी नहीं कि आपके पास हमेशा कैश हो या फिर एटीएम मशीन आसपास ही हो। ऐसी कुछ स्थितियों में बिना कैश के होना आप पर भारी पड़ता है।
रिइंबर्समेंट में पेपरवर्क मुश्किल काम
ऐसे क्लेम्स के लिए जो रिइंबर्समेंट चैनल से होकर गुजरते हैं, पेपरवर्क काफी मुश्किल काम होता है। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद, जब आपका ध्यान नर्सिंग एवं देखभाल पर होता है, उस समय यह पेपरवर्क करना आसान नहीं है। अस्पताल के पेपर्स या फिर कोई मेडिकल दस्तावेज के खो जाने से क्लेम लेना बहुत मुश्किल हो सकता है। कैशलेस मेडिकल पॉलिसी में इस तरह की समस्याएं नहीं होती हैं और आपको समय पर अस्पताल में भर्ती किया जाता है और सही समय पर आपका इलाज शुरू हो जाता है।
कैशलेस के लिए है इंतजाम
कैशलेस पॉलिसी के लिए, इंश्योरेंस कंपनियां या थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर (टीपीए) अस्पतालों (मेडिकल/हेल्थ इंश्योरेंस होने पर) से और मोटर/वाहन इंश्योरेंस के मामले में गैराज से गठबंधन करते हैं। यात्रा के दौरान मेडिकल इमरजेंसी के लिए ट्रैवेल इंश्योरेंस पॉलिसीधारक बीमाकर्ता कंपनी के स्थानीय कैशलेस नेटवर्क के जरिए ट्रैवल इंश्योरेंस के तहत क्लेम कर सकता है, क्योंकि ज्यादातर इंश्योरेंस कंपनियों के विदेशों में भी हॉस्पिटल टाई-अप्स होते हैं।
मोटर इंश्योरेंस के मामले में बीमा कंपनियां पेंटिंग, डेंटिंग एवं स्पेयर पार्ट्स बदलने जैसे कामों के लिए गैराजों की दर तय कर देती हैं। मोटर गैराजों के साथ अच्छे संबंध सुनिश्चित करते हैं कि पॉलिसीधारकों को ऑरिजनल एवं असली पार्ट्स ही प्राप्त हों, क्योंकि यह पॉलिसी अनधिकृत या किसी भी छोटे गैराज पर प्रयोग नहीं की जा सकती है।
फायदे
बीमा कंपनियों ने देश में अपना वितरण नेटवर्क काफी बढ़ा लिया है, लेकिन नॉन-लाइफ पॉलिसीज की वृद्धि उतनी अधिक नहीं है। बाजार में जनरल इंश्योरेंस उत्पादों की उपलब्धता बढ़ी है, लेकिन जनरल इंश्योरेंस खरीदने की जरूरत ज्यादा महसूस नहीं की जाती है।
जब यह देश कैशलेस अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है, तो लोगों को कैशलेस इंश्योरेंस के विकल्प भी देखने चाहिए, क्योंकि इससे हमेशा कैश लेकर चलने की जरूरत कम होगी। कैशलेस पॉलिसियों से पारदर्शिता लाने में काफी मदद मिलेगी। कैशलेस इंश्योरेंस का मुख्य फायदा तीव्र एवं सुगम प्रक्त्रिस्या है, जिसमें पॉलिसीधारक को नॉन-मेडिकल खर्च के रूप में बहुत कम खर्च वहन करना पड़ता है।