नई दिल्ली, एजेंसी। भुवनेश्वर के उत्कल विश्वविद्यालय के छात्रों को 1400 साल पुरानी बुद्ध की प्रतिमा मिली है जिसका 80 प्रतिशत भाग जमीन के नीचे गड़ा हुआ था। ये प्रतिमा उड़ीसा के खुर्दा जिले में बानापुर के नजदीक गोविंदपुर से मिली है। विश्वविद्यालय के शोध के छात्रो ने अधिक छानबीन के लिए ‘भारतीय पुरातन विभाग’ और राज्य संग्रहालय को बुलाया।
‘सात सिर वाला सांप मिला’,
इस मूर्ती के बारे में और जानकारी के लिए एक टीम का गठन किया गया। 3 फीट खोदने के बाद उन्हें ‘सात सिर वाला सांप मिला’, बाद में पूरी मूर्ती को जमीन से बाहर निकाला गया। प्रोफेसर बेहेरा ने बाताया कि जिस मूर्ती को निकाला गया है, वो लगभग 1400 साल पुरानी है।
बीस साल पहले भी दिखी थी ये प्रतिमा..
बीस साल पहले इसी मूर्ती को एक किसान ने खेती करते वक्त ढूंढ़ा था, हल चलाते वक्त उसके हल का निचला हिस्सा सांप के सिर से टकराया था, तब उसने इसे एक पत्थर समझ कर अनदेखा कर दिया था। इस मूर्ती के बारे में सबसे पहले विश्वविद्यालय के पुरातन भारतीय इतिहास और पुरातत्व विभाग के छात्र ‘दक्षिणेश्वर जेना’ को पता चला.