नई दिल्लीः कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों नए अवतार में हैं. गुजरात चुनाव में जिस तरह उन्होंने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है उससे साफ संकेत मिल रहा है कि कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ट्रांसफॉर्मिंग फेज में आ चुके हैं. गुजरात चुनाव में इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की राह पर चल रहे राहुल गांधी नरेंद्र मोदी को उनके ही मांद में मात देने की तैयारी कर रहे हैं. गुजरात चुनाव प्रचार अभियान के दौरान उनके भाषणों, संवाद प्रक्रिया तथा नरेंद्र मोदी-अमित शाह पर सीधे हमले से ही तय हो चुका है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मांद में घुसकर मोदी को मात देने की तैयारी में जी-जान से लगे हुए हैं. भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के तेवरों और हमलों की शैली से भारतीय जनता पार्टी थिंक टैंक की चिंताएं भी बढ़ी हुई हैं.
बढ़ी है राहुल गांधी की आक्रामकता
गुजरात चुनाव प्रचार अभियान के दौरान राहुल गांधी की आक्रामकता बढ़ी हुई है. पिछले चुनाव प्रचार अभियानों की तुलना में इस बार राहुल गांधी काफी सधे हुए नजर आ रहे हैं. कल तक अपने बयानों से ही पार्टी को बैकफुट पर धकेल देने के लिए सोशल मीडिया में ट्रोल होने वाले राहुल गांधी गुजरात चुनाव प्रचार अभियान के दौरान काफी परिपक्व राजनेता की तरह सभा को संबोधित कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि पिछले चुनाव प्रचार अभियानों की तुलना में इस बार राहुल गांधी ज्यादा लगन और परिपक्वता के साथ पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं.
सभाओं में जुट रही काफी भीड़
राहुल गांधी की चुनावी सभाओं, रोड शो कार्यक्रमों में काफी भीड़ जुट रही है. राहुल गांधी के काफिले में लोगों का समर्थन मिलता हुआ फिलहाल दिख रहा है. हालांकि सभाओं और रोड शो कार्यक्रमों में उमड़ी भीड़ को अंतिम तौर पर वोट नहीं माना जा सकता है लेकिन चुनाव से पहले की लहर को भांपने में इस भीड़ की महती भूमिका होती है. गुजरात चुनाव का करवट राहुल गांधी या नरेंद्र मोदी में किसके पक्ष में जाएगा यह तो मतगणना के दिन ही स्पष्ट होगा लेकिन इतना तय है कि कांग्रेस पार्टी मजबूत जरुर दिखाई दे रही है.
दिख रहा कुशल राजनेता का अंदाज
गुजरात चुनाव प्रचार अभियान के दौरान राहुल गांधी के कई कार्यक्रमों और तस्वीर चर्चा में आ चुके हैं. कभी किसी ढाबे पर रुक कर के कुछ खा कर लोगों से बात करना तो कभी सूरत के कपड़ा मिल में जा कर मजदूरों से संवाद करते हुए राहुल गांधी नजर आ रहे हैं. नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर हमला करने के लिए रोजाना कोई न कोई मसला और मसाला भी जरूर खोज रहे हैं और पूरे दिन उसी वन लाइनर पंच के सहारे वह राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर हमला करते हैं. कभी जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स बता रहे हैं तो कभी नोटबंदी की मुखालफत कर रहे हैं. एक दिन में एक ही मुद्दे के साथ भाजपा और प्रधानमंत्री पर आक्रमण करने की राहुल गांधी की सधी हुई रणनीति फिलहाल लोगों को आकर्षित भी कर रही है.
क्या कांग्रेस को हो सकता है फायदा
कांग्रेस को कितना फायदा होगा यह बाद की बात है लेकिन फिलहाल कांग्रेस मजबूत स्थिति में जरुर दिखाई दे रही है. भारतीय जनता पार्टी को निश्चित तौर पर कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. भाजपा के शीर्ष नेताओं ने जिस तरह से राहुल गांधी को काउंटर करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है उससे भी स्पष्ट है कि राहुल गांधी की सक्रियता के कारण पार्टी नेतृत्व की बेचैनियां बढ़ी हुई हैं
ओपिनियन पोल में दिख रही बढ़त
विभिन्न मीडिया संस्थानों और सर्वे एजेंसियों द्वारा कराए गए सर्वे में कांग्रेस पार्टी को फायदा दिख रहा है. एबीपी न्यूज़ और सीएसडीएस द्वारा कराए गए संयुक्त सर्वे में भी यह बात सामने आ रही है कि कांग्रेस पार्टी की सीटें भी बढ़ेगी और वोट प्रतिशत भी बढ़ेगा भारतीय जनता पार्टी की सीटें पिछले चुनावों की तुलना में जरूर कम होगी और उनका वोट प्रतिशत भी गिरेगा. एबीपी न्यूज के अलावा दूसरे संस्थानों के ओपिनियन पोल में भी कांग्रेस पार्टी मजबूत स्थिति में दिख रही है. कांग्रेस थिंक टैंक कांग्रेस की मौजूदा मजबूत स्थिति को और आगे बढ़ाने में लगा हुआ है ताकि भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने से रोका जा सके.