लखनऊ, दीपक ठाकुर। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव और पुत्र अखिलेश यादव में पार्टी को ले कर भले गतिरोध रहा हो पर परिवार में ऐसी कोई बात नहीं है ये साफ़ हो रहा है मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव के लिए सबकी एकजुटता देख कर।
अपर्णा यादव ने लखनऊ कैंट से अपनी राजनैतिक यात्रा का शुभारंभ ऐसे वक़्त में किया है जब पार्टी और परिवार में घमासान चल रहा था सभी इस बात से मायूस थे की इस वक़्त परिवार बिखरा हुआ है ऐसे में बहू को पहली जीत कैसे और कौन दिलाएगा।
पर जैसे जैसे मतदान का दिन नज़दीक आने लगा वैसे ही उनके प्रचार में परिवार का साथ भी मिलने लगा हालांकि मुलायम सिंह ने पहले ही कह रखा था कि वो अपर्णा के लिए वोट मांगने आएंगे उधर उनकी जेठानी डिम्पल यादव ने इसका आगाज़ भी कर दिया उन्होंने कैंट क्षेत्र में अपनी देवरानी के लिए लोगों से ना सिर्फ वोट अपील की बल्कि उनके द्वारा किये गए सामाजिक कार्यों की दिल खोल कर तारीफ़ भी की।
डिम्पल ने कहा अपर्णा युवा नेतृत्व प्रदान कर उनको और भी सशक्त करेंगी। भाभी के स्पोर्ट से देवरानी गदगद ज़रूर हुई होंगी जिससे उनमे आत्मविश्वास भी बढ़ेगा ।
भाभी के साथ ससुर जी के आशीर्वाद से अपर्णा यादव का चुनावी दौर अपने अंतिम पड़ाव पर है 19 मार्च को यहाँ वोटिंग भी होनी है और अब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी अपर्णा यादव की जीत सुनश्चित करने के लिए कमर कस चुके है। अपर्णा के लिए चुनाव प्रचार में नेता जी मुलायम सिंह यादव डिम्पल यादव और अखिलेश के आने से तो यही लग रहा है कि परिवार एक है जो अच्छी बात भी है सबको साथ लेकर चलना ही अपर्णा का संकल्प भी है जो शायद जीत के साथ पूरा भी हो जायेगा मगर उनकी यहाँ सीधी टक्कर रीता बहुगुणा जोशी से है जो कांग्रेस से नाराज़ हो कर बीजेपी के टिकट से लड़ रही है। अब देखना ये दिलचस्प होगा की कैंट सीट पर तजुर्बे की जीत होगी या नेता जी को आदर्श मान कर राजनीति में आई उनकी छोटी बहू को जनता का भी आशीर्वाद मिलेगा।