नई दिल्ली, एजेंसी । वह दिन दूर नहीं जब देश के अनेक नगरों में बाबा रामदेव के हर्बल रेस्त्रां नजर आएंगे। पतंजलि में इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। जब निर्णय हो जाएगा तब ऐसे रेस्त्राओं का नाम आचार्य बालकृष्ण स्वयं रखेंगे। साथ ही उसमें दिए जाने वाले भोजन का चुनाव भी वे खुद करेंगे।
गौरतलब है कि बाबा रामदेव योग और आयुर्वेद के अलावा अनेक क्षेत्रों में प्रवेश कर चुके हैं। हरिद्वार में ही उनके उद्योगों को गिना जाए तो संख्या 50 के पार पहुंच जाती है। पतंजलि हर्बल पार्क के भीतर करीब दो दर्जन इकाइयां अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही हैं। बाबा ने पिछले दिनों बिस्कुट, मैगी और शक्तिवर्द्धक पाउडर निकालकर बड़ी- बड़ी कंपनियों को चौंका दिया था।
बाबा की विशुद्ध मैगी तो एक बड़े औद्योगिक प्रतिष्ठान के लिए महीनों तक चुनौती बनी रही। कुछ समय बाद स्वदेशी जींस भी बाजार में आने वाली है। इसके साथ ही वह शुद्ध आहार के क्षेत्र में भी हाथ आजमाने उतर रहे हैं।
चंडीगढ़ में खुल चुका है पोष्टिक रेस्टोरेंट
हाल ही में चंडीगढ़ में पौष्टिक आहार के नाम से एक रेस्त्रां शुरू किया गया है। इसमें पतंजलि के पदार्थों और मसालों से बना विशुद्ध सामान परोसा जा रहा है। यहां तक की मिठाइयों की सामग्री भी पतंजलि से मंगाई गई है। इस प्रतिष्ठान को अब तक बाबा ने अपना नाम नहीं दिया है। पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि चंडीगढ़ का रेस्त्रां उनके भक्त ने शुरू किया है। अभी तक यह केंद्र उनके प्रतिष्ठान के साथ नहीं जुड़ा, लेकिन पतंजलि परिवार इस क्षेत्र में लगातार काम कर रहा है।
आने वाले दिनों में देशभर में इसकी श्रृंखला शुरू हो सकती है। पतंजलि परिवार चाहता है कि लोगों को शुद्ध आहार मिले। इसके लिए बहुत सारे पदार्थ पतंजलि फूड पार्क और हर्बल पार्क में तैयार किए जा रहे हैं। रेस्त्रां खोलने के बारे में अभी नीतिगत विचार विमर्श चल रहा है। इन रेस्टोरेंटों में लोगों को पंतजलि के शुद्घ और ऊर्जावान बनाने वाले आहार परोसे जाएंगे। निर्णय होने के बाद ही मीनू तैयार होगा।