लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के 12 जिलों की 69 सीटों पर शुरू हो गया। मतदान की अवधि सुबह सात से शाम पांच बजे तक है। मतदान के शुरुआती दौर में ही मुलायम सिंह यादव के भाई अभयराम यादव ने सैफई में अपना वोट डाला। उन्होंने कहा कि राज्य में दोबारा सपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि परिवार में कोई विवाद नहीं है, सब ठीक है। आज जिन सीटों पर चुनाव हो रहा है उनमें से ज्यादातर सीटें मौजूदा विधानसभा में सपा के ही पास हैं।
तीसरे चरण में 2.41 करोड़ मतदाता अपने वोट के जरिये 826 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 18 से 19 वर्ष के 4.1 लाख मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। शांतिपूर्वक, निष्पक्ष और भयमुक्त मतदान के लिए सुरक्षा के भरपूर इंतजाम किए गए हैं। शनिवार शाम तक ज्यादातर बूथों पर पोलिंग पार्टियां पहुंच चुकी थीं। पिछले विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण वाले जिलों में औसत 59.96 फीसद मतदान हुआ था।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी.वेंकटेश ने बताया कि तीसरे चरण में जिन 12 जिलों में मतदान होना है, उनमें 16,671 मतदान केंद्रों के 25,607 पोलिंग बूथों पर वोट डाले जाएंगे। इनमें से 2566 मतदान केंद्र और 3618 पोलिंग बूथ अति संवेदनशील श्रेणी के तहत चिह्नित किए गए हैं।
पांच सीटों में वीवीपैट की सुविधा
लखनऊ के तीन और कानपुर नगर के दो विधानसभा क्षेत्रों के पोलिंग बूथों पर वोटर यह देख सकेंगे कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में उन्होंने जिस प्रत्याशी के नाम के आगे लगा बटन दबाया है, उनका वोट उसी उम्मीदवार को गया है या नहीं। इसके लिए निर्वाचन आयोग ने लखनऊ पश्चिम, लखनऊ उत्तर व लखनऊ पूर्व व कानपुर के गोविंदनगर व आर्यनगर विधानसभा क्षेत्रों में 2,549 वीवीपैट (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीनों की व्यवस्था की है।
मतदान प्रक्रिया की निगरानी के लिए निर्वाचन आयोग ने तीसरे चरण में 3,123 बूथों पर डिजिटल कैमरे और 1,411 बूथों पर वीडियो कैमरे लगाए हैं। वहीं 2,200 बूथों पर मतदान की वेबकास्टिंग का इंतजाम भी किया गया है।
लखनऊ, मैनपुरी, इटावा, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरैया, कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई।
जिन सियासी दिग्गजों के भाग्य का फैसला इस चरण में होना है, उनमें अखिलेश सरकार से बर्खास्त मंत्री शिवपाल सिंह यादव व शिव कुमार बेरिया, ग्राम्य विकास मंत्री अरविंद सिंह गोप, प्राविधिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) फरीद महफूज किदवई, कृषि राज्य मंत्री राजीव कुमार सिंह, संस्कृति मंत्री अरुण कुमारी कोरी, समाज कल्याण राज्य मंत्री नरेंद्र सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री सतीश महाना, विधान परिषद में भाजपा के नेता रहे ह्दय नारायण दीक्षित, कांग्रेस से भाजपा में आई रीता बहुगुणा जोशी, सपा विधायक उदयराज यादव शामिल हैं। सपा के संस्थापक अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव और सपा सांसद नरेश अग्रवाल के पुत्र व सपा सरकार में एमएसएमई मंत्री नितिन अग्रवाल की तकदीर का फैसला भी इसी चरण में होगा।