अन्ना 2011 में लोकपाल बिल की मांग को लेकर बड़ा आंदोलन कर चुके हैं।
नई दिल्ली.समाजसेवी अन्ना हजारे शुक्रवार से राजधानी के रामलीला मैदान में 7 साल बाद फिर अनशन करेंगे। इस बार आंदोलन में जनलोकपाल के साथ देशभर के किसानों की परेशानियों को प्रमुखता से उठाया जाएगा। शहीद दिवस पर अन्ना सबसे पहले राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद समर्थकों के साथ मार्च करते हुए रामलीला मैदान जाएंगे। बता दें कि 2011 में अन्ना ने लोकपाल बिल की मांग को लेकर जंतरमंतर पर भूख हड़ताल की थी। इसके बाद रामलीला मैदान में बड़ा आंदोलन हुआ, जिसमें लाखों लोग जुटे थे।
किसानों के हक के लिए आंदोलन
– अन्ना इस बार के आंदोलन में किसान के मुद्दे उठाएंगे। किसानों की सुनिश्चित आय, पेंशन, खेती के विकास के लिए ठोस नीतियों समेत कई मांगें एजेंडे में शामिल हैं।
– पहले उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। देश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, आंदोलन कर रहे हैं। जिसकी जिम्मेदार केंद्र सरकार है।
आंदोलन से दूर रहेंगे राजनीतिक दल
– पिछली बार के आंदोलन से सबक लेते हुए इस बार अन्ना हजारे ने साफ कह दिया है कि इस बार राजनीतिक दल उनके इस आंदोलन में शामिल नहीं होंगे, लेकिन माना जा रहा है कि योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, शांति भूषण और जैसे कुछ पुराने सहयोगी आंदोलन को समर्थन देने पहुंच सकते हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
– पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। दिल्ली पुलिस की 6 अतिरिक्त कंपनी मंगाई गई हैं। ग्राउंड के अंदर और बाहर 32 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
– रामलीला मैदान के सभी एंट्री गेटों पर डोर फ्रेम्ड मेटल डिटेक्टर और हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर से चेकिंग की होगी।