नई दिल्ली , एजेंसी । जंगेठी में हुई पूर्व प्रधान की हत्या के मामले में पुलिस ने ग्राम प्रधान अनीता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उन पर साक्ष्य छिपाने और आरोपियों का साथ देने का आरोप है।
सोमवार को खेत से काम करके लौट रहे पूर्व प्रधान प्रवेश गुर्जर पुत्र नैन सिंह की बदमाशों ने हत्या कर दी थी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने प्रधानपति अर्जुन, उसके भाई प्रवीण, सुरेश व प्रमोद समेत छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस प्रवीण को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। शुक्रवार को पुलिस गांव पहुंची और ग्राम प्रधान अनीता को गिरफ्तार कर थाने ले आई। एसएसआई विनोद कुमार ने बताया कि प्रवेश की हत्या करने के बाद आरोपी कार से फरार हुए थे। गर्मी के कारण कार में आग लग गई थी। आरोपी कार को जंगल में छोड़कर फरार हो गए थे। कार से एक मोबाइल बरामद हुआ था। जांच में सामने आया कि कार अर्जुन की थी और उसमें जो मोबाइल मिला वह भी अर्जुन का था।
घटना के तुरंत बाद अनीता थाने पहुंची और अपने पति के मोबाइल गुम होने की तहरीर दी। उसके अगले दिन एसएसपी से मिली और एसएसपी को एक पत्र दिया। जिसमें लिखा था अर्जुन का मोबाइल घटना से दो दिन पहले चोरी हो गया था। कार को नामजद आरोपी प्रमोद मांग कर ले गया था। इस वारदात में अर्जुन का कोई रोल नहीं है। इसलिए उसके पति के खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए। बाद में पुलिस ने जांच की तो पता चला कि अनीता लगातार अपने पति से संपर्क कर रही थी और साक्ष्य खत्म करने का भरपूर प्रयास करके पुलिस को गुमराह कर रही थी। इसलिए अनीता को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ भी 302, 506, 34ए व 120बी हत्या का षडयंत्र रचने और साक्ष्य छिपाने आदि मामलों में केस दर्ज किया है।
पूछताछ में अनीता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। एएसपी सुकीर्ति माधव का कहना है कि प्रधान को जेल भेज दिया है, जबकि उनके पति अर्जुन समेत अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।