प्रतापगढ़ – सीबीआइ ने शनिवार को डिप्टी एसपी जियाउल हक की हत्या के मामले का पर्दाफाश कर दिया। जांच एजेंसी ने बताया कि उन्हें बलीपुर के ग्राम प्रधान नन्हें यादव के बेटे ने राइफल से गोली मारी थी। मामले में प्रधान के बेटे, दो भाइयों व नौकर को गिरफ्तार किया गया है। डीएसपी का मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है। अब यह पता किया जा रहा है कि हत्या की साजिश में और कौन लोग शामिल थे।
गत दो मार्च को प्रतापगढ़ जिले के कुंडा क्षेत्र में बलीपुर ग्राम प्रधान नन्हें यादव व उसके भाई सुरेश की हत्या हो गई थी। मौके पर पहुंचे कुंडा डीएसपी जियाउल हक का भी कत्ल कर दिया गया था। मामले में जांच कर रही सीबीआइ शनिवार को प्रधान के घर पहुंची और प्रधान के बेटे योगेंद्र उर्फ बबलू, दो भाइयों फूलचंद्र, पवन कुमार व नौकर मंजीत को गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ के एसपी राकेश राठी के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों से कैंप कार्यालय पर पूछताछ की जा रही है। उनसे पता चला कि नन्हें व सुरेश की हत्या के बाद गुस्से में बबलू व अन्य परिवारवालों ने डीएसपी पर हमला किया।
इसी दौरान बब्लू ने प्रधान की राइफल से डीएसपी पर गोली चलाई। उसकी निशानदेही पर सीबीआइ ने डीएसपी का मोबाइल फोन भी उस पानी भरे गडढे के पास से बरामद कर लिया, वहीं से डीएसपी की सर्विस पिस्टल मिली थी। गौरतलब है कि मामले में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री राजा भैया पर साजिश रचने का आरोप है।
ऐसे हुई घटना:-
आरोपियों ने बताया कि नन्हे की हत्या के बाद परिजन आपे से बाहर हो गए। सुरेश, बबलू, फूलचंद्र, पवन के साथ नौकर मंजीत घर में रखे असलहे निकालकर दौड़ पड़े। सामने मिले डीएसपी पर इन लोगों ने गुस्सा उतारा और उनको पीटने लगे। इसके बाद सुरेश ने अपनी बंदूक की बट से डीएसपी पर हमला कर दिया। बचाव में पुलिस अधिकारी बट पकड़ने लगे परंतु इस बीच गोली चली और सुरेश को लग गई। पिता के बाद चाचा की मौत हो जाने पर बबलू पूरी तरह आपे से बाहर हो गया। उसने अपने पिता की लाइसेंसी राइफल से डीएसपी को गोली मार दी।