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Friday, December 27, 2024

भारत को 8 ओवरों में चाहिए थे 102 रन, फिर हुआ कुछ ऐसा की सभी देखते रह गए

नई दिल्ली, एजेंसी।क्रिकेट इंग्लैंड का राष्ट्रीय खेल है लेकिन एशिया में इसका लोकप्रियता इंग्लैंड से कही ज्यादा है।इस वजह से क्रिकेट में अब काफी पैसे और इज्जत भी मिलने शुरू हो गए है।जहाँ हम पहले अपने बच्चों को यह कहते थे कि खेलने से कुछ नही होना है वहीं अब क्रिकेट में लोगों का काफी दिलचस्पी बढ़ गया है।यदि आज से दस साल पहले देखे तो लोगों में क्रिकेट का इतना क्रेज़ नही था जितना आज है।

यह क्रेज़ बढ़ते तकनीक और सुविधा का भी परिणाम हो सकता है।भारतीय टीम एक ऐसा टीम है जो किसी वक्त मैच को जीत सकता है।कई बार तो यह भी देखने को मिला है कि भारतीय टीम जीत रही मैच को हार गई है लेकिन भारतीय टीम हमेशा से विस्फोटक खिलाड़ियों का गढ़ रहा है, चाहे वो बल्लेबाजी हो यह फिर गेंदबाजी।भारतीय टीम में ऐसे भी खिलाड़ी थे जिन्हें चट्टान कहा जाता था।इससे यह साफ होता है कि भारतीय टीम किसी भी प्रस्थिति में खेलने में सक्षम थी और आज भी है।

8 ओवरों में 102 रनों की दरकरार
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2013 मे राजकोट के खूबसूरत मैदान पर टी-20 मैच खेला जा रहा था।उस मैच में भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया जो गलत साबित हो गया था।इस मैच में फिंच और मेंडेंस की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के बदौलत ऑस्ट्रेलियाई टीम मात्र 29 गेंदों में 56 रन बना डाली।इस मैच में कूल 20 ओवरों में 202 रन बने थे।इस लक्ष्य को पीछा करने उतरी भारतीय टीम का शुरुआत काफी खराब रहा था और 100 रनों के स्कोर पर ही भारतीय टीम 4 विकेट खो चुकी थी।लेकिन धोनी और युवराज के तूफानी पारी के बदौलत भारतीय टीम इस मैच को 6 विकेटों से जीतने में सफल रही थी।इस मैच में युवराज मात्र 35 गेंदों में 77 रन बना डाले थे।इस दौरान युवराज 8 चौके और 5 छक्के लगाए थे और साथ ही साथ ही मैच के हीरो भी रहे थे।

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