आनुवांशिक कारणों से कम उम्र में भी हार्ट अटैक की सम्भावना
लखनऊ 12 मई 2020ः सामान्य तौर पर ये देखा गया है कि हार्ट अटैक गलत खान पान, मोटापे और तनाव के कारण होता है और महिलाओं में ये पुरूषों की तुलना में अधिक उम्र में होता है। लेकिन पीलीभीत निवासी श्रीमती कुलवंत कौर में हार्ट अटैक का कारण अलग था। श्रीमती कुलवंत को हार्ट अटैक आनुवांशिक कारणों से हुआ जो महिलाओं में 100 हार्ट अटैक के मामलों में से किसी एक मामले का कारण होता है। ये जानकारी अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेश्यिलिटी हास्पिटल के चीफ कार्डियो सर्जन डाक्टर विजयन्त देवेनराज ने सरिता के सफल आपरेशन के बाद साझा की।
अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेश्यिलिटी हास्पिटल के चीफ कार्डियो सर्जन डाक्टर विजयन्त देवेनराज ने बताया कि जब श्रीमती कुलवंत कौर हमारे पास आईं तो हमने देखा कि सरिता को 10-20 कदम चलने फिरने से भी दर्द होता था। खाने पीने में भी सीने में दर्द की शिकायत थी। श्रीमती कुलवंत को मल्टीपल वेसेल ब्लाॅकेज था और उसके हार्ट की कार्य क्षमता 30 से 36 प्रतिशत ही रह गई थी। श्रीमती कौर का वजन भी सही था और उनकी उम्र 47 वर्ष ही है और महिलाओं को इस उम्र में हार्मोनल प्रोटेक्शन से हार्ट अटैक की संभावना भी कम होती है। लिपिड प्रोफाइल करने पर भी जांच रिपोर्ट सही थी। इस अवस्था में मल्टीपल वेसेल ब्लाॅकेज को तनाव से भी नहीं जोड़ा जा सकता है। पारिवारिक पृष्ठभूमि को समझने पर इसका कारण आनुवांशिक प्रतीत हुआ। मरीज की बीटिंग हार्ट बाईपास सर्जरी कर दी गई है और वो पूर्ण रूप से स्वस्थ है।
डाॅक्टर विजयन्त देवेनराज ने कहा कि अगर किसी के परिवार में किसी को दिल की बीमारी रही है तो ऐेसे लोगों को सामान्य व्यक्ति से अधिक सावधानी बरतनी चाहिये जिससे आनुवांशिक कारणों से होने वाली दिल की बीमारी से बचा जा सका। जंक फूड नहीं खाना चाहिये। टहलना चाहिये।
अपोलोमेडिक्स सुपर स्पेश्यिलिटी हास्पिटल के सीईओ डा0 मयंक सोमानी ने कहा कि अपोलोमेडिक्स में विशेषज्ञों की टीम है जो बीमारी के हर कारण को बेहतर ढंग से समझती है और अपने कौशल, अनुभव व हाॅस्पिटल में मौजूद उन्नत तकनीक के साथ मरीज को सबसे बेहतर इलाज प्रदान करती है।