लखनऊ, एजेंसी । उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर यूपी सरकार और केंद्र सरकार के बीच काम को लेकर बहस छिड़ गई है।मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी हर जनसभा में यूपी सरकार के काम गिनाते नज़र आ रहे हैं। साथ ही केंद्र सरकार ने उसके काम का ब्योरा भी मांग रहे है। उन्होंने रविवार को लखनऊ में प्रेसवार्ता कर एक बार फिर बीजेपी और केंद्र पर निशाना साधा था। इसके जवाब में सोमवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने वाराणसी में प्रेसवार्ता कर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को केंद्र के विकास का आईना दिखाया।
अखिलेश यादव को दिया केंद्र के काम का ब्योरा
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने वाराणसी में प्रेसवार्ता कर केंद्र सरकार का काम का ब्योरा दिया। ब्योरा देते समय उन्होंने बार-बार अखिलेश यादव का नाम विशेष तौर पर लिया। उन्होंने कहा कि आखों में धूल झोककर कामयाबी हासिल नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी यूपी को केवल उत्तम नहीं, सर्वोत्तम प्रदेश बनाना चाहती है। उन्होंने सीएम को जवाब दिया कि यूपी सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए, प्रदेश में विकास का काम 80 प्रतिशत राज्य सरकार पर निर्भर करता है।
गृहमंत्री ने गिनाई उपलब्धियां
गृहमंत्री ने बताया कि मोदी सरकार ने रेवेन्यू को 32 फीसदी से बढ़ाकर 42 फीसदी कर दिया। उन्होंने कहा कि 52 लाख पिछड़ क्षेत्रों की महिलाओं को उज्जवला गैस योजना के तहत कनेक्शन दिए गए। कई बेहद मंहगी दवाईयों के दाम सस्ते किए। उन्होंने बताया कि यूपी 1464 गांव में बिजली पहुंचाई गई। साथ ही 9.95 लाख नए कनेक्शन लोगों को दिए गए। उन्होंने कहा कि मुद्र योजना के तहत 20 हजार करोड़ रूपये कम ब्याज पर दिया गया। साथ ही 12 रूपये के भुगतान पर 1 करोड़ 11 लाख लोगों का बीमा केंद्र की मदद से हुआ। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में यूरिया की बंद पड़ी फैक्टरी को केंद्र ने शुरू किया।इससे लोगों को रोजगार मिलने के साथ ही यूरिया की किल्लत भी खत्म हुई।
11 हजार से ज्यादा स्कूल शौचालय बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ढाई सालों में 815 मॉडर्न हाईवे का निर्माण किया गया। साथ ही चार,छह और आठ लेन हाइवे बनाने का अभियान मोदी जी ने ही शुरू किया। उन्होंने बताया कि 2017-18 में केंद्र का 25 हजार किलोमीटर सड़क हर साल बनाने का लक्ष्य है।