दिल्ली, एजेंसी। इन दिनों एक युवा क्रिकेटर की हर तरफ तारीफ हो रही है और उसका नाम हर किसी की जुबान पर है. इस युवा किक्रेटर का नाम है युजवेंद्र चहल. आईपीएल 9 और उसके बाद जिम्माब्वे वनडे सीरीज में जिस तरह चहल ने बॉलिंग की है उसने हर किसी को अपना मुरीद बना लिया है. यह युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर चैंपियन रह चुका है. चहल ने 2013 में जूनियर चेस वर्ल्ड कप भी खेला है, मगर मंहगा खेल होने के कारण उन्होंने इस खेल को आगे जारी नहीं रखा।
आरसीबी की टीम से खेलने वाले युजवेंद्र चहल दिल के बेहद सॉफ्ट और मस्त-मौला इंसान हैं. विराट के फैन और क्रिस गेल को अंकल कहने वाले चहल को फिल्म अभिनेत्री कैटरीना कैफ बहुत पसंद हैं. क्रिकट्रेकर वेबसाइट के मुताबिक चहल को अगर मौका मिला तो वे कैटरीना को डेट करना चाहेंगे, उन्हें कैटरीना की स्माइल काफी आकर्षक लगती है
यूजवेन्द्र चहल जन्म का 23 जुलाई 1990 में जींद ,हरियाणा में हुआ था. भारत – ज़िम्बाब्वे श्रृंखला 2016 में इन्हें 15 सदस्य टीम में चयन किया गया. इस कारण इन्होंने अपने एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत 11 जून 2016 को जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के खिलाफ हरारे स्पोर्ट्स क्लब में गेंदबाजी की. साथ ही श्रृंखला के दुसरे ही मैच में चहलने 3 विकेट भी लिए थे. साथ ही 18 जून 2016 को हरारे स्पोर्ट्स क्लब में ही ज़िम्बाब्वे के खिलाफ अपने 20-20 कैरियर की भी शुरुआत कर दी.
हरियाणा के जींद में युजवेंद्र के घर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा. बातचीत के दौरान उनके पिता केके चहल ने बताया कि सनी (घर का नाम) बचपन से शतरंज में काफी अच्छा कर रहा था. जूनियर राष्ट्रीय चैंपियन बनने के अलावा उसने अंतरराष्ट्रीय स्तर के बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा लिया, मगर आगे बढ़ने के लिए अच्छे कोच की जरूरत थी. ग्रैंड मास्टर स्तर के कोच पर महीने में एक लाख रुपये से ज्यादा खर्च हो जाते हैं. यह हमारे बूते की बात नहीं थी. लिहाजा उसे शतरंज छोड़ना पड़ा। सनी क्रिकेट में ज्यादा रुचि लेने लगा तो उनके खेल करियर को लेकर परिवार का तनाव कम हुआ.
आपको शायद पता न हो कि पेशे से चहल एक वकील भी हैं. चहल ने अपने स्पोर्टस करियर की शुरुआत क्रिकेट नहीं बल्कि चेस से की थी और मात्र 7 साल की उम्र से उन्होंने चेस खेलना शुरू किया. चहल नें अंडर-12 की नेशनल किड्स चेस चैंपियनशिप भी जीती थी इसके अलावा ने अंडर 16 भी नेशनल चेस चैंपियनशिप का हिस्सा रह चुके हैं. चहल भारत के इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जो शतरंज और क्रिकेट दोनों में भारत के लिए खेल चुके हैं.
लेकिन चहल को जब चेस के लिए बढ़िया स्पान्सर नहीं मिला तो उनका पूरा फोकस क्रिकेट पर आ गया और नतीजा आज आपके सामने है. आईपीएल में जब मुंबई इंडियंस ने चहल को दस लाख की बेस प्राइस पर खरीदा तो वहीं से उनकी किस्मत ने पलटा खाया और उनकी धांसू गेंदबाजी के कारण मुंबई फाइनल में पहुंची ये बात साल 2011 की है. 2016 के IPL-9 में भी उन्होंने 13 मैचों में 21 विकेट चटकाए.