लखनऊ। उत्तर प्रदेश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के चलते सरकार द्वारा घोषित की गयी दो दिवसीय बंदी (शनिवार और रविवार ) का असर राजधानी में पूरी तरह दिख रहा है। प्रशासन ने लोगों से निर्देशों का पालन करने की अपील की है। सड़कों पर पुलिस का पहरा है और केवल आवश्यक सेवाओं से जुडे लोगों को ही बाहर निकलने की छूट दी जा रही है। सरकारी और निजी कार्यालयों के अलावा बाजार, शांपिंग कांपलेक्स और दूसरे प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद हैं। इस दौरान केवल आवश्यक सेवाओंं को ही जारी रखने की अनुमति है। बेवजह बाहर निकलने वालों के लिए पुलिस हर चौराहे चेकिंग कर उनको लौटा रही है। बंदी से सबसे अधिक मुश्किल बाहर से आने वाले यात्रियों को उठानी पड़ रही है।
गोंडा: कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने शनिवार व रविवार को बाजार बंदी का आदेश दिया है। इसी क्रम में बाजार बंद है। पुलिस अधिकारी भ्रमण कर व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। शनिवार की सुबह से ही शहर में सन्नाटा है। दुकानें बंद हैं। प्रशासन ने लोगों से निर्देशों का पालन करने की अपील की है। शहर के भरत मिलाप चौराहा, पीपल तिराहा, गुड्डूमल तिराहा, रानी बाजार, बड़गांव की दुकानें भी बंद हैं। पोर्टरगंज में भी यही हाल है। शहर में हर चौराहे पर पुलिस तैनात की गयी है। एएसपी महेंद्र कुमार ने बताया कि दो दिनों की बंदी का कड़ाई से अनुपालन कराया जा रहा है। उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी।
रायबरेली : कोरोना से लड़ने के लिए लगाए गए साप्ताहिक प्रतिबंध का असर बाजारों और सड़कों पर दिखाई पड़ रहा है। प्रमुख राजमार्ग सन्नाटे में हैं। खीरों ब्लॉक में सूनी सड़कें हकीकत बयां कर रही है। जबकि प्रतापगढ़ जाने वाला रास्ता जो सलोन कस्बे से गुजरा है वहां भी इक्का-दुक्का लोग ही सड़क पर दिखाई पड़ रहे हैं। रायबरेली शहर में दुकानें बंद है। बहुत जरूरी होने पर ही लोग घरों से निकल रहे हैं। फिलहाल साप्ताहिक बंदी जैसा नजारा हर जगह हर बाजार में दिखाई पड़ रहा है।