– लखनऊ के चिड़ियाघर में रखा गया
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लखनऊ – संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेस के निकट रविवार देर रात वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। तेंदुआ देर रात करीब दो बजे पकड़ा गया। इसके बाद उसको लखनऊ के चिड़ियाघर में रखा गया। आज उसको देखने के लिए लखनऊ के चिड़ियाघर में काफी भीड़ उमड़ी।
पीजीआइ के पास बरौना ग्राम सभा के राजाखेड़ा मजरा गाव में रविवार शाम चार बजे तेंदुआ नजर आते ही लोगों में दहशत फैल गई। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए। ग्रामीणों से सामना होते ही तेंदुआ गाव के ईंट भट्ठे में जा छिपा। रात दो बजे के करीब व्यस्क तेंदुआ लगाए गए पिजड़े में फंस गया। उसे पकड़ने के लिए पहुंचे प्राणि उद्यान के उपनिदेशक डॉ. उत्कर्ष शुक्ला ने बताया कि पकड़ा गया तेंदुआ सुरक्षित है और वह कोई चोट न खाए इसके लिए उसे बेहोशी का इंजेक्शन दिया गया है।
भट्ठे की चिमनी के चेंबर में तेंदुए के होने की आहट पर वन विभाग के कर्मचारी पिंजरा लगाकर तैयार थे। पिंजरे में छिला मुर्गा और पानी रख कर तेंदुए के बाहर निकलने का इंतजार गया। रात को दो बजे तेंदुआ पिंजरे में आकर फंस गया।
रविवार को नजर आए तेंदुए ने भागने की बजाए वहीं छिपने का विकल्प चुना, तो उसे घेर पाना संभव हुआ, अन्यथा उसे देखा तो पहले भी गया लेकिन पकड़ने की गुंजाइश कभी नहीं बन पाई। ग्रामीण बताते हैं कि करीब दो महीने पहले नौ से 13 फरवरी तक मोहनलालगंज में उसके पग चिह्न देखे गए थे। कुछ ग्रामीणों ने तेंदुए जैसा जानवर देखने का दावा भी किया था। वन विभाग ने भी पग चिह्न देखकर कैनाइन परिवार के किसी जानवर के होने की पुष्टि की थी।