नई दिल्ली,एजेंसी। आज लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही विपक्ष ने भाषणबाजी बंद करो के नारे लगाए और हंगामा भी किया। इसके जवाब में वैंकेया नायडू ने कहा कि सुषमा के बहाने कांग्रेस जीएसटी बिल को रुकवाना चाहती है। कांग्रेस के नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वह स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तैयार हैं। इस बीच आज दोपहर दो बजे ललित मोदी पर चर्चा के लिए सरकार तैयार हो गई है। इस मुद्दे पर नियम 193 के तहत चर्चा होगी।
कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने भाजपा पर सवाल दागते हुए कहा कि क्या वह उसके लिए माफी मांगेगी जो उसने पिछले पांच वर्षों में विपक्ष के रहते किया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष में रहते हुए उसने सदन को चलने नहीं दिया था। जीएसटी का विरोध लगातार पांच साल तक भाजपा ने किया था। हम जीएसटी के समर्थन में हैं। लेकिन प्रश्न जीएसटी का नही हैं। बीएसी में जीएसटी पर कुछ बताया ही नहीं गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सदन में गतिरोध का कारण प्रधानमंत्री का अहंकार है। उन्होंने कभी इस विपक्ष को गंभीरता से नहीं लिया है।
इसके जवाब में नितिन गडकरी ने कहा कि यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि कांग्रेस लोकतंत्र के मंदिर का मजाक उड़ा रही है। उनका कहना था कि ससंद लोकतंत्र का मंदिर है लेकिन कांग्रेस इसका कामकाज चलने नहीं दे रही है। इसके पीछे उनकी भावना यही है कि हम तो डूबेंगे सनम, लेकिन तुम्हें भी ले डूबेंगे।
कांग्रेस द्वारा लोकसभा में हंगामा किए जाने पर केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि काग्रेस नहीं चाहती है कि जो वह सत्ता में वर्षों तक रहकर नहीं कर सकी वह भला हम कैसे करें। उनका कहना था कि इस बार कांग्रेस को महज 44 सीट मिली हैं अगली बार वह चार पर ही सिमट कर रह जाएगी। सदन में हंगामा बढ़ते देख अध्यक्ष ने कार्यवाही को स्थगित कर दिया।