नई दिल्ली, एजेंसी। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि उनकी सरकार के मना करने के बावजूद चुनाव आयोग ने कश्मीर में उपचुनाव करवाया। राज्य सरकार मानती थी कि माहौल चुनाव लायक नहीं है। आयोग ने चुनाव करवाया और मतदान के दौरान हिंसा हुई। लोकतंत्र विरोधी ताकतों को मौका मिला और माहौल बिगड़ा। राज्य सरकार को जिसका डर था वहीं हुआ। अब हालात को दुरुस्त करने में काफी समय लगेगा।
वह वीरवार को जम्मू के जनरल जोरावर सिंह सभागार में खाद्य, उपभोक्ता मामलों एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के राशन के आनलाइन आवंटन और समस्या निवारण पोर्टल को लांच करने के बाद बोल रही थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्मीर में पिछले साल पांच महीने हालात खराब रहे। इसके बाद रियासत सरकार ने गत चार महीनों में हालात को पटरी पर लाने में काफी मशक्कत की।
लोकसभा सीटों पर उप चुनाव के मामले में राज्य सरकार ने कहा कि हालात फिलहाल साजगार नहीं हैं। अगर ऐसे में चुनाव करवाया गया तो हिंसा फैलाने वालों को मौका मिल जाएगा। इसके बावजूद आयोग ने चुनाव करवाने का फैसला लिया और जिसका डर था वहीं हुआ। अब सरकार का ध्यान कश्मीर में विकास से हटकर हालात को दुरुस्त करने में लगा रहेगा। उन्होंने कहा कि कोशिश रहेगी कि जम्मू व लद्दाख में विकास कार्य तेजी से चले।
उन्होंने कहा कि कश्मीर का मसला 70 साल से चला आ रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने 2002 में मसले के हल की बड़ी कोशिश की थी, लेकिन दूसरे दलों की 2014 तक रही सरकारों के समय कुछ नहीं किया गया। पत्थर मारने वाले युवाओं की नाराजगी अब लावे में बदल चुकी है। केंद्र व राज्य सरकार मसले पर गंभीर है।
फारूक अटपटे बयान देकर अपनी व्याकुलता दर्शा रहे
महबूबा ने कहा डा. फारूक अब्दुल्ला कहते हैं कि पत्थरबाजों को महबूबा सरकार वित्तीय सहायता दे रही है। एक तरफ कहते हैं कि पत्थरबाज राष्ट्रवादी हैं। पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा डा. फारूक अब्दुल्ला परेशान हैं। अटपटे बयान देकर वह अपनी व्याकुलता दर्शा रहे हैं। 2010 में उमर सरकार की नाकामी की वजह से पत्थरबाज युवाओं के अंदर लावा बनता रहा जो अब फूट पड़ा है।
सीआरपीएफ जवानों से बदसलूकी करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे : निर्मल
उपमुख्यमंत्री डा. निर्मल सिंह ने कहा कश्मीर में हालात ठीक करने के लिए जो कुछ भी करना होगा राज्य सरकार करेगी। सीआरपीएफ के जवानों के साथ हुई घटना से एक बार फिर साबित हो गया है कि सुरक्षा बल पूरा संयम बरतते हैं और अनुशासित तरीके से काम करते हैं। उन्होंने कहा कि घटना की वह भर्त्सना करते हैैं। घटना के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। एफआईआर लग चुकी है और उन्हें मिली सूचना के अनुसार कुछ लोगों को पकड़ा भी गया है। उन्होंने कहा कि डा. फारूक अब्दुल्ला व उनकी पार्टी के हालिया बयानों ने भी हालात को खराब करने में प्रमुख भूमिका निभाई है।