नई दिल्ली। गुजरात चुनाव के चलते राजनीति जोरों पर है। रोज कुछ न कुछ हो रहा है। काफी इंतेजार के बाद कल पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। हार्दिक ने खुले तौर पर तो कांग्रेस का समर्थन नहीं किया लेकिन मतलब साफ है कि उनका झुकाव कांग्रेस की तरफ ही है। गुजरात में 22 सालों से बीजेपी सत्ता में है। वहीं, इस बार कांग्रेस मोदी के गढ़ में परचम लहराने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात चुनाव की कमान संभाली हुई है। वहीं, इसी बीच कांग्रेस के लिए एक बड़ी खुशखबरी आ रही है। गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस ने पूर्वोतर के एक राज्य में बीजेपी को पछाड़ते हुए चुनाव जीत हासिल की है।
कांग्रेस को मुख्य चुनौती सीपीएम से मिली है
कांग्रेस को पूर्वोतर के राज्य त्रिपुरा में बड़ी कामयाबी ट्राइबल कौंसिल के उपचुनावों में हासिल हुई है। केंद्र में सत्तासीन भाजपा ने इस राज्य में अपनी पकड बनाने के काफी प्रयास किये है, कांग्रेस और TMC के कई विधायको को तोड़ कर पार्टी में शामिल किया है लेकिन भाजपा उपचुनावों में कोई प्रभाव नही छोड़ पाई। कांग्रेस ने ट्राइबल कौंसिल के उपचुनावों में दस में से 6 सीट जीतने में कामयाब हो गयी। इन चुनावों में भाजपा इन चुनावों में तीसरे पायदान पर खिसक गयी है। कांग्रेस को मुख्य चुनौती सीपीएम से मिली है।
कांग्रेस ने लेफ्ट फ्रंट को करारा झटका दिया है
कांग्रेस ने दक्षिण धनिअचेरा गाँव की सीट पर भी लेफ्ट फ्रंट को करारा झटका दिया है, कांग्रेस ने यहां सीपीएम को कड़े मुकाबले में 16 वोटो से हरा दिया है। कांग्रेस को इस सीट पर 197 और सीपीएम को 181 मत मिले वही भाजपा यहां सिर्फ 24 वोट ही हासिल कर पाई। कांग्रेस की जीत पर विधायक गोपाल राय ने कहा कि पार्टी की जीत का अंतर बहुत कम ज़रूर है लेकिन इस जीत से कांग्रेस की सत्ता में वापसी का रास्ता खुल रहा है। बता दें इससे पहले कांग्रेस ने चित्रकूट उपचुनाव में बड़ी जीत हासिल की थी।
इससे पहले चित्रकूट में हारी थी बीजेपी
चित्रकूट में 12 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाई थी, हालांकि मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के उम्मीदवारों के बीच ही माना जा रहा था। लेकिन कांग्रेस ने यहां एकतरफा जीत हासिल कर बीजेपी का सूपड़ा साफ कर दिया था। कांग्रेस उमीदवार नीलांशु चतुर्वेदी 14333 वोटों से जीते थे। चित्रकूट विधानसभा के लिए हुए उपचुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सारी कोशिशों पर पानी फिर गया था। बता दें इस चुनाव के लिए बीजेपी का काफी मेहनत की थी, खासतौर पर सीएम शिवराज ने तो दिन रात एक कर दिया था।