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Thursday, December 26, 2024

​द्वारिका प्रसाद गायत्री इंटर कॉलेज की मेहनत लाई रंग

लखीमपुर खीरी:शरद मिश्रा/NOI।सही कहा गया की मेहनत करने से कभी असफलता नहीं मिलती अगर इंसान निरंतर मेहनत करता रहे तो उसकी मेहनत एक न एक दिन जरूर रंग लाती है।

हम बात करते है एक ऐसे स्कूल की जो अपनी मेहनत और सच्ची लगन निष्ठा से विद्यार्थियों को शिक्षित करते हुए इस मुकाम तक पंहुचा है कि अब उसका नाम सुनकर ही कोई भी इस स्कूल में शिक्षण कार्य शुरू कर देता है जी हाँ तहसील निघासन का गायत्री बाल विद्या मंदिर इंटर कालेज क्षेत्र में अब किसी परिचय का मोहताज नहीं है।

सन 1988 में द्वारिका प्रसाद गायत्री इंटर कॉलेज की स्थापना रकेहटी में की गई थी इस स्कूल का शिक्षण कार्य मात्र 8 बच्चो से शुरू किया गया था। इस स्कूल के प्रबंधक  विनोद कुमार सिंह की मेहनत से बच्चो को अच्छी शिक्षा ग्रहण कराई गई जिससे विद्यालय ऊँचाई के शिखर पर बढ़ने लगा और आज उस मुकाम पर पहुँच गया कि विद्यालय का नाम ही काफी है।

विनोद कुमार सिंह की मेहनत से पहले सन 1989 में कक्षा 5 की मान्यता प्राप्त हुई उसके बाद उसके बाद द्वारिका प्रसाद गायत्री इंटर कॉलेज रकेहटी से निघासन सन सन 1992 में स्थापित हो गया जब ये विद्यालय निघासन में स्थापित हुआ तो छात्र छात्राओं की संख्या लगभग 20 से 40 रही होगी मगर धीरे धीरे विद्यालय के शिक्षण कार्य को देखते हुए सन 2003 में विद्यालय को कक्षा 8 की मान्यता प्राप्त हुई और फिर 2005 में हाई स्कूल की मान्यता तथा 2010 में इंटर मीडिएट कला वर्ग व विज्ञान वर्ग की मान्यता प्राप्त हुई उसके बाद 2015 में वाणिज्य तथा कृषि विज्ञान की भी मान्यता प्राप्त हुई।

सन 1988 में महज 8 बच्चो से शुरू किया हुआ विद्यालय आज 5000 छात्र छात्राओं की संख्या में भरा हुआ है और आज ये तहसील निघासन का एक ऐसा कालेज बन गया है जिसे चारों वर्गों से मान्यता प्राप्त है।

द्वारिका प्रसाद गायत्री इंटर कॉलेज के प्रबंधक विनोद गुप्ता व व्यवस्थापक विद्याभूषण की मेहनत और लगन से कक्षा 9 से कक्षा 12 तक इंग्लिश मीडियम की यू.पी बोर्ड से मान्यता प्राप्त प्राप्त हो चुकी है आज ये कॉलेज 5000 छात्र -छात्राओं की संख्या में सुसज्जित है और निरंतर अपने अच्छे शिक्षण कार्य की वजह से लखीमपुर खीरी जिले में अपनी अलग पहचान बनाये हुए है।

बॉक्स में विद्याभूषण के फोटो के साथ
आज द्वारिका प्रसाद इंटर कॉलेज जिस शिखर पे है उसका कारण ये है कि यहां के अध्यापक और अध्यापिका बहुत ही मन से बच्चो को पढ़ाते है जिससे बच्चे भी मन से पढ़ते है।

इस वर्ष निघासन से कुछ दूरी पर स्थित रकेहटी गाँव में खुला है डिग्री कॉलेज जिसमे बच्चे स्नातक की पढाई कर सके।

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