लखनऊ, दीपक ठाकुर। चारा घोटाला के आरोपी से किंग मेकर बने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं जबसे कोर्ट ने घोटाले पर केस चलाये जाने की अनुमति दी थी तब से ये कयास लगाए जा रहे थे कि लालू पर संकट कभी भी आ सकता है।
लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल बिहार सरकार में भागीदारी है और उनका पुत्र उप मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भी विराजमान है जिसे देख कर ये लगता है कि लालू को छापे की कारवाई से ज़्यादा डरने की ज़रूरत नही है पर जिस तरह आयकर विभाग ने लालू की दिल्ली नोयडा वाली लगभग 22 बेनामी संपत्ति पर छापे की कारवाई की है उससे सियासत ज़रूर गरमा गई है।
बिहार भाजपा ने तो नीतीश कुमार को यहां तक ऑफर कर दिया है कि आरजेडी का साथ छोड़ कर बीजेपी की बाहें थाम ले पर अभी तक नीतीश कुमार इस मामले पर चुप्पी साधे हैं शायद उन्हें लगता है कि बिहार में लालू का साथ छोड़ना उनकी राजनीतिक भूल होगी पर रास्ते सभी खुले हैं अभी समय का इंतज़ार हो रहा है।
लालू यादव पर चारा घोटाला काफी पुराना है इसी वजह से लालू ने अपनी कुर्सी अपनी पत्नी राबड़ी देवी को दी थी पर कमान उन्ही के हाथ थी। बिहार में लालू यादव की छवि कद्दावर नेता की है ऐसे में आयकर विभाग की ये कारवाई उनपर कितनी असरदार साबित होगी इसका पता तो बाद में चलेगा पर एक बात तो तय है कि फिलहाल लालू यादव चैन की बंसी नही बजा रहे होंगे।