रायपुर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रायपुर की कुंवर बाई को 17 सितंबर के दिन दिल्ली में सम्मानित करेंगे। कुंवर बाई गांव-गांव घूमकर लोगों को टाॅयलेट बनाने के लिये न केवल प्रेरित कर रही है वहीं टाॅयलेट बनाने के लिये वह अपनी ओर से मदद भी करने से गुरेज नहीं कर रही है।
सरकार ने उसकी इस उपलब्धि के लिये स्वच्छ भारत अभियान का रोल माॅडल बनाया है। 17 सितंबर को स्वच्छता दिवस के मौके पर कुंवर बाई मोदी के हाथों सम्मानित होगी।
कुंवर बाई की उम्र 105 वर्ष है, लेकिन इस उम्र में भी उसके हौंसले बुंलदी पर है। कुंवर बाई अपनी बकरियों को बेचकर लोगों को टाॅयलेट बनाने के लिये मदद करती है। वे गांव-गांव घुमती है और बहू बेटियों की इज्जत के लिये लोगों से अपने घरों में टाॅयलेट बनाने के लिये प्रेरित करती है। उनकी प्रेरणा के कारण कई घरों में टाॅयलेट बन चुके है। यह वहीं कुंवर बाई है, जिनके प्रधानमंत्री मोदी ने श्यामाप्रसाद मुखर्जी शहरी मिशन के शुभारंभ मौके पर पैर छुकर आशीर्वाद लिया था।
कुंवर बाई ने बताया कि उसने टाॅयलेट के बगैर समस्या भोगी है। उसके दोनों बेटों की मौत हो चुकी है। उसे अपना पेट पालने के लिये संघर्ष तो करना ही पड़ता था वहीं खुले में शौच जानो के लिये भी शर्मिंदा होना पड़ता था। उसने अपनी और अपनी बहू, नातिन की समस्या को तो जैसे-तैसे दूर कर लिया लेकिन इसके बाद कुंवर बाई ने संकल्प लिया कि उसके रहते अब कोई भी गांव टाॅयलेट विहिन नहीं रहेगा। बस इसके बाद कुंवर बाई ने लोगों को प्रेरित करना शुरू कर दिया।