लखनऊ,विमल किशोर,NOI। हिंदू धर्म में होली, दिवाली के बाद रक्षाबंधन एक बड़ा त्योहर माना जाता है। इस खास पर्व पर बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। साथ ही भाई अपनी बहनों को सदैव उनकी रक्षा का वचन देते हैं। यह त्योहार भाई-बहन के प्रेम का अटूट बंधंन है. माना जा रहा है कि इस बार रक्षाबंधन का मुहूर्त विशेष है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार रक्षाबंधन पर ऐसा शुभ महासंयोग 29 साल बाद आया है. जानिए क्यों खास है 2020 का रक्षाबंधन।
रक्षाबंधन का त्योहार सावन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार ये त्योहार सावन के आखिरी सोमवार यानी 3 अगस्त हो मनाया जाएगा। पंडितों के अनुसार इस साल का रक्षाबंधन बहुत खास होने वाला है।अगस्त के पहले वीक में आने वाले राखी के पर्व पर सर्वार्थ सिद्धि और आयुष्मान दीर्घायु का शुभ संयोग बन रहा है. इसीलिए यह विशेष माना जा रहा है।
शुभ मुहूर्त
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 9 बजकर 30 मिनट से शुरू हो जाएगा। दोपहर को 1 बजकर 35 मिनट से लेकर शाम 4 बजकर 35 मिनट तक बहुत ही शुभ समय है।इसके बाद शाम को 7 बजकर 30 मिनट से लेकर रात 9.30 के बीच में भी अच्छा मुहूर्त बताया जा रहा है। रक्षा सूत्र बांधने का समय भद्रा काल नहीं होना चाहिए।लंकेश रावण की बहन ने उसे भद्रा काल में ही राखी बांधी थी इसलिए दशासन का विनाश हुआ था।
राखी बांधते समय बहनें अगर इस मंत्र का उच्चारण करती हैं तो परिणाम शुभ होते हैं।इस रक्षा सूत्र का वर्णन महाभारत में भी आता है।
ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।