काबुल। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से देश में लगातार खून खराबा जारी है। अफगान सहित विदेशी नागरिक देश छोड़ने को मजबूर हो रहे है। वहीं तालिबान अफगान नागरिकों से मुल्क ने छोड़ने अपील की है।
काबुल एयरपोर्ट के पास रविवार शाम को राकेट से हमला किया है। जिसमें बच्चे सहित दो लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद सोमवार सुबह एयरपोर्ट की तरफ पांच राकेटों से हमला किया गया। लेकिन समय रहते ही अमेरिकी डिफेंस मिसाइल सिस्टम ने पहले ही इंटरसेप्ट कर नष्ट कर दिया। बता दें कि इंटरसेप्ट का अर्थ अपनी तरफ आते किसी राकेट या मिसाइल का पता लगाकर जवाबी कार्रवाही करना है।
टोलो न्यूज ने अपने ट्वीट में कहा कि आज (सोमवार, 26 सितंबर) काबुल एयरपोर्ट की ओर कई मिसाइल दागी गई हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मिसाइलों को काबुल हवाई अड्डे के पास खैरखाना इलाके में एक वाहन से दागा गया था।
تازه: بامداد امروز (دوشنبه ۸ سنبله) چندین موشک به سمت فرودگاه کابل شلیک شده است. گواهان رویداد میگویند که این موشکها با استفاده از یک موتر از منطقه خیرخانه به سمت فرودگاه کابل شلیک شدهاند. pic.twitter.com/nDnYzLHmMX
— TOLOnews (@TOLOnews) August 30, 2021
हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इन सभी राकेट हमलों को विफल कर दिया गया है या नहीं। अमेरिकी सैन्य अधिकारी का कहना है कि ये शुरुआती रिपोर्ट के आधार पर दिया गया बयान है। कुछ समय के बाद इसमें बदलाव भी संभव है। अधिकारी के मुताबिक ये राकेट हमले सोमवार सुबह किए गए थे। अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड के जनरल फ्रेंक मैकेंजी का कहना है कि वो इस तरह के हमलों से पूरी तरह से वाकिफ हैं। उनके पास इससे बचने का उपाय है।
अमेरिका का कहना है कि काबुल एयरपोर्ट पर इस्लामिक स्टेट के आतंकी फिर हमला कर सकते हैं। उनके निशाने पर अमेरिकी सेना है, जो अभी काबुल में है। आपको बता दें कि अमेरिका सेना 31 अगस्त से पहले अपनी फौज को वहां से निकालने की कवायद में जुटी है। अमेरिका ने साफ कर दिया है कि जब तक उसका एक भी नागरिक या फौजी काबुल में मौजूद रहेगा, तब तक वो अपनी सेना को पूरी तरह से वहां से नहीं निकालेगा। अमेरिका ने ये भी साफ कर दिया है कि काबुल पर राकेट को आईएसआईएस का खुरासान गुट अंजाम दे रहा है। आपको बता दें कि इससे पहले काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले की जिम्मेदारी इसी गुट ने ली थी।